गुड़गांव/नवप्रदेश। लॉकडाउन (lockdown) के दौरान देश के करोड़ों मजदूरों के सामने भुखमरी के हालात के विरोध में सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स (citu agitation) ने 21 अप्रैल को मांग दिवस मनाने की घोषणा की। बता दें कि लॉकडाउन को लगे देश में 25 दिन हो चुके हैं।
सीटू (citu agitation) की प्रदेशाध्यक्ष सुरेखा, महासचिव जय भगवान ने यहां जारी बयान में कहा कि राशन की सप्लाई व मजदूरों की आर्थिक मदद की मांग को लेकर 21 अप्रैल को दोपहर 12 बजे 10 मिनट के लिए लाॅकडाउन (lockdown) व हिदायतों का पालन करते हुए खाली बर्तन बजाएंगे।
बयान में यह भी कहा गया कि इससे पूर्व 18 अप्रैल (शनिवार को) को सरकारी विभागो में सेवांएं दे रहीं स्कीम वर्कर्स, ठेका स्वास्थ्य व ग्रामीण सफाई कर्मचारी काले रिबन बांधकर काम करेंगे।
21 अप्रैल को मुख्य मांग मजदूरों को सूखा राशन व तत्काल 7500 रूपये प्रति मजदूर नकद राशि का हस्तांतरण करने की होगी। इसके अलावा हरियाणा की तमाम आशा वर्कर्स, आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर्स, स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी, ग्रामीण सफाई कर्मचारी, ग्रामीण चौकीदारों को सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता, सामाजिक सुरक्षा मुहैया कराने की मांगें भी होंगी।
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए केंद्र सरकार ने देश में लॉकडाउन लगा रखा है। विभिन्न राज्यों की सरकारें भी अपने यहां लॉकडाउन का सख्ती से पालन करा रही है। लॉकडाउन का पहला चरण 14 अप्रैल को खत्म होने जा रहा था। लेकिन इसके पहले ही केंद्र सरकार ने लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने का फैसला ले लिया था। कुछ राज्य ऐसे भी थे जिन्होंने केंद्र सरकार के लॉकडाउन को बढ़ाने से पहले ही अपने यहां लॉकडाउन को बढ़ा दिया।