बिजनौर, 26 जून। Loan Pressure Tragedy : एक साधारण परिवार की असाधारण पीड़ा ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया। टेंडरा गांव के निवासी पुखराज और उनके परिवार पर कर्ज का बोझ इतना बढ़ गया कि उन्होंने पूरी जिंदगी को ही अलविदा कहने का फैसला कर लिया। बुधवार रात चार लोगों ने ज़हर खा लिया — मां और बेटी की मौत हो गई, जबकि पिता और छोटी बेटी जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। यह सिर्फ एक खबर नहीं, उस चुप्पी की चीख है, जो हजारों परिवार रोज़ कर्ज और दबाव के बीच सहते हैं, पर सुने नहीं जाते।
एक परिवार, एक कर्ज और टूटी उम्मीद
46 वर्षीय पुखराज, जो घोड़ा-बग्गी चलाकर और ईंट-भट्ठे में मेहनत करके अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे थे, ने किसी निजी कंपनी से 6 लाख रुपये का कर्ज लिया (Loan Pressure Tragedy)था। कर्ज की किस्तें चुकाने में जब वे नाकाम रहे, तो देनदारों का लगातार दबाव और धमकियां उनके जीवन में अंधेरा भरती चली गईं।
बुधवार रात को उन्होंने अपनी पत्नी रमेशिया (41), बेटी अनीता (19) और सुनीता (17) के साथ ज़हर खा लिया। रमेशिया और अनीता की मौके पर ही मौत हो गई। पुखराज और सुनीता का मेरठ में इलाज चल रहा है।
देर से पहुंची एम्बुलेंस, टूटती रही साँसें
गांववालों के अनुसार घटना की जानकारी समय पर दे दी गई थी, लेकिन एम्बुलेंस देरी से पहुंची, जिससे दोनों की स्थिति और बिगड़ती गई। अगर समय पर चिकित्सा सहायता मिलती, तो शायद नतीजा कुछ और होता।
परिवार बिखर गया…
घटना के वक्त पुखराज की बड़ी बेटी पूनम अपने ससुराल ताजपुर में थी और बेटा सचिन मजदूरी के लिए बाहर गया हुआ (Loan Pressure Tragedy)था। एक ही रात में वह परिवार, जो कभी छोटे-छोटे सपनों के साथ जी रहा था, बिखरकर इतिहास बन गया।
क्या कहती है पुलिस?
पुलिस के अनुसार यह मामला कर्ज़ और आर्थिक दबाव से जुड़ा है। जांच की जा रही है और जो भी व्यक्ति या संस्था परिवार को प्रताड़ित करने के लिए जिम्मेदार पाए जाएंगे, उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और बाकी परिजनों से भी पूछताछ की जा रही है।