Site icon Navpradesh

Live-in Relationship पत्नी की हत्या, पति ने किया सरेंडर…

Live-in Relationship Wife murdered, husband surrenders...

Live-in Relationship

बिलासपुर/नवप्रदेश। Live-in Relationship : बिलासपुर में लिव-इन में रहने वाली पत्नी की शुक्रवार देर रात कुल्हाड़ी से हत्या कर दी। उसके बाद आरोपी पति खुद थाने जाकर सरेंडर किया। बताया गया कि दोनों करीब दो साल से लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। इस दौरान उसे एक बच्ची हुई जो करीब पांच महीने की है। जब उसी बेटी को मां ने मारा तो पिता ने कुल्हाड़ी से उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया। मामला तोरवा थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के मुताबिक, महमंद-लालखदान निवासी राजेंद्र निर्मलकर (40) करीब दो साल से अपनी प्रेमिका पूर्णिमा पासी (35) के साथ (Live-in Relationship) रह रहा था। दोनों की 5 महीने की एक बेटी भी है। पुलिस ने बताया कि शुक्रवार रात किसी बात को लेकर पूर्णिमा ने बेटी की पिटाई कर दी थी। इतनी छोटी बच्ची को मारने पर राजेंद्र ने विरोध करते हुए मना किया। पूर्णिमा नहीं मानी तो राजेंद्र कुल्हाड़ी उठाकर ले आया और गुस्से में उस पर लगातार कई वार कर दिए। इसके चलते पूर्णिमा की मौके पर ही मौत हो गई।

दोनों के बीच अक्सर होता था विवाद

जानकारी के मुताबिक लिव इन (Live-in Relationship) में रह रहे दंपत्ति के बीच आए दिन छोटी-मोटी बातों को लेकर विवाद होता था। आस-पड़ोस वाले को भी इसकी जानकारी है। शुक्रवार को महिला की हत्या कर फिर बच्ची को शव के पास ही छोड़कर आरोपी थाने पहुंचा और पुलिस को बताया कि उसने पत्नी की हत्या कर दी है। सिपाही को मौके पर भेजा तो घर में पूर्णिमा की लाश पड़ी थी। इसके बाद पुलिस ने बच्ची को गांव की मितानिन को सौंप कर मकान को सील कर दिया। अगले दिन शनिवार सुबह फॉरेंसिक टीम को बुलाकर जांच कराई गई। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया गया है। ग्रामीणों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि राजेंद्र और पूर्णिमा के बीच अक्सर छोटी-छोटी बातों को लेकर विवाद होता था।

पहले लॉकडाउन में हुआ था प्यार

आरोपी राजेंद्र निर्मलकर ने बताया कि गांव की बस्ती में उसका परिवार रहता है। परिवार में पत्नी और दो बच्चे भी हैं। पहली बार जब कोरोना के चलते लॉकडाउन लगा तो वह गांव में ही था। इसी दौरान गांव की ही पूर्णिमा पासी से उसका प्रेम संबंध हो गया। पूर्णिमा के पति ने उसे छोड़ दिया था। इसके चलते वह पति और बच्चों से वह अलग रहती थी। इसके बाद राजेंद्र ने भी अपने परिवार को छोड़ दिया और पूर्णिमा के साथ गांव से बाहर रहने लगा था।

Exit mobile version