रायपुर, 14 जुलाई| Liquor Scam Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाला मामले में बड़ी हलचल देखने को मिल रही है। इस केस में 23 आरोपी आबकारी अधिकारियों ने ACB/EOW की विशेष अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की है। मामले की सुनवाई 18 जुलाई को तय की गई है।
यह वही घोटाला है जिसमें राज्य की शासकीय शराब दुकानों के माध्यम से ‘बी-पार्ट’ शराब की अवैध बिक्री का बड़ा खुलासा हुआ था। इसके बाद आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) और भ्रष्टाचार निवारण ब्यूरो (ACB) की जांच में कई वरिष्ठ अधिकारी घिरते नजर आए।
अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई
10 जुलाई को, विभाग ने घोटाले में नामजद 29 अधिकारियों में से 22 को निलंबित कर दिया। इसके अलावा 7 रिटायर्ड अधिकारियों को भी आरोपी बनाया गया है। ACB/EOW की टीम ने सभी आरोपियों को समन जारी कर पेश होने का आदेश दिया (Liquor Scam Chhattisgarh)था, लेकिन कोई भी कोर्ट में उपस्थित नहीं हुआ। अब अदालत ने साफ कर दिया है कि 20 अगस्त तक सभी आरोपियों को पेश होना अनिवार्य है, वरना उनके खिलाफ और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सस्पेंड किए गए 22 अधिकारियों में शामिल हैं
जनार्दन कौरव, अनिमेष नेताम, विजय सेन शर्मा, अरविंद कुमार पाटले, प्रमोद नेताम, रामकृष्ण मिश्रा, इकबाल खान, नितिन खंडुजा, मंजुश्री कसेर, सौरभ बख्शी, मोहित जायसवाल, नीतू नोतानी ठाकुर, नोहर सिंह ठाकुर, आशीष कोसम जैसे कई वरिष्ठ नाम शामिल (Liquor Scam Chhattisgarh)हैं।
इन 7 रिटायर्ड अधिकारियों पर भी लगे हैं आरोप
ए.के. सिंह, जे.आर. मंडावी, जी.एस. नुरूटी, ए.के. अनंत, वेदराम लहरे सहित अन्य नाम जांच के घेरे में हैं।