मध्यप्रदेश/नवप्रदेश। Liquor Policy : मध्य प्रदेश में चुनावी साल में शराबनीति को लेकर मुद्दा फिर गरमा गया है। प्रदेश में नई शराब नीति आने वाली है। इसको लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने उनके निवास पहुंची। इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक ट्वीट कर लिखा कि मैं शिवराज की विरोधी नहीं हूं। मैं शराब की दुश्मन हूं।
उमा भारती ने किया ट्वीट
पूर्व सीएम उमा भारती ने मुख्यमंत्री से मिलने जाने से पहले ट्वीट किया कि आज शिवराज सिंह चौहान के साथ बनने वाली नई शराब नीति को लेकर अंतिम परामर्श होगा। सब खैर मनाइए सब अच्छा हो। इस मुलाकात के बाद उन्होंने एक के बाद एक चार ट्वीट किये। उमा भारती ने लिखा कि लंबे समय तक बात चली है। तथा मैंने अपने भेजे गए परामर्शों को ज्यों का त्यों लागू करने का आग्रह करते हुए 2 अक्टूबर गांधी जयंती पर मौजूद महानुभावों से भी परामर्श करने के लिए आग्रह किया है। क्योंकि मुख्यमंत्री जी ने स्वयं यह घोषणा की थी कि वह सबसे परामर्श करके ही नई शराब नीति की घोषणा करेंगे।
पूर्व सीएम ने कहा कि अधिकारियों को तो सिर्फ लागू करना है, परामर्श तो जन समाज से करना है। एवं महिलाओं की सुरक्षा तथा नौजवानों के भविष्य की चिंता करनी हैं। मैंने अपने परामर्श पर आग्रह किया है। अब मैं इस बारे में पांच दिन बाद बात करुंगी, खैर मनाइए सब कुछ ठीक ही रहे। उमा भारती ने अंत में कहा कि मैं भाजपा, सरकार या शिवराज जी की विरोधी नहीं हूं, मैं सिर्फ शराब की दुश्मन हूं और गंगा की भक्त हूं।
शराब पीने की व्यवस्था बंद करने का दिया था सुझाव
बता दें इससे पहले पूर्व सीएम ने इस मुद्दे पर सीएम शिवराज को पत्र लिखा था। उमा ने पत्र में खुले में शराब पीने की व्यवस्था बंद करने का सुझाव दिया था। इसके साथ ही अपने सुझाव कहा है कि शिक्षक संस्थानों से शराब की दुकान एक किमी के रेडियस से दूर हो। वहीं, धार्मिक स्थल, अस्पताल, मजदूरों की बस्ती, कोर्ट और बस स्टैंड से यह यह दूरी आधा किमी हो। साथ ही उन्होंने लिखा है कि सीगरेट और बीडी से होने वाले बीमारी और नुकसान बताने वाले पोस्टर के समान ही शराब की दुकान पर उससे होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी के होर्डिंग्स (Liquor Policy) लगाएं जाएं।