रायपुर, 9 जुलाई| Lakhpati Didi Mission : “हर गांव से निकलेगी एक उद्यमी महिला, जो ना सिर्फ आत्मनिर्भर होगी बल्कि दूसरों को भी राह दिखाएगी।” इसी विजन को लेकर राजधानी रायपुर में ‘लखपति दीदी मिशन’ के तहत तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। यह आयोजन ग्रामीण विकास के क्षेत्र में बदलाव लाने वाले ऐतिहासिक कदम के रूप में देखा जा रहा है।
कार्यशाला की शुरुआत केंद्र सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव टी. के. अनिल द्वारा की गई। यह आयोजन दीनदयाल अंत्योदय योजना–राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य देशभर की ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से ‘लखपति’ बनाना है।
11 राज्यों के विशेषज्ञ होंगे शामिल
इस कार्यशाला में छत्तीसगढ़ के साथ-साथ मध्यप्रदेश, बिहार, झारखंड, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, राजस्थान, तमिलनाडु और आंध्रप्रदेश के विशेषज्ञ शामिल हैं। ये विशेषज्ञ महिला सशक्तिकरण, स्किल डेवेलपमेंट, बाजार रणनीति, वेल्यू चेन मॉडल और तकनीकी नवाचार जैसे विषयों पर अपने अनुभव साझा करेंगे।
प्रदर्शनी में दिखेगी गांव की ताकत
स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी भी इस कार्यशाला का हिस्सा है, जिससे महिलाओं को स्थानीय बाजारों से राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच बनाने में मदद मिलेगी।
छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की संचालक जयश्री जैन के मुताबिक, इस कार्यशाला में स्थानीय संसाधनों के बेहतर उपयोग, महिलाओं के लिए प्रशिक्षण मॉडल, और वित्तीय समावेशन की दिशा में ठोस रणनीति बनाई जाएगी।
यह पहल सिर्फ एक योजना नहीं, ग्रामीण भारत की नारी शक्ति को सशक्त बनाने का रोडमैप है — जहां हर महिला सिर्फ उद्यमी नहीं, प्रेरणा बनेगी।