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नल-जल योजना के बोरवेल में विभागीय लापरवाही के चलते दौड़ रहा था करंट
कोंडागॉव। एक तरफ छत्तीसगढ़ शासन नरुआ-घुरवा-बाड़ी की महत्वाकांक्षी परियोजना को साकार करने में लगी है तो वही देश व प्रदेश में मवेशियों की हालत किसी से छिपी नही है,सूखे घास व कुछ घूंट पानी के लिए मवेशियों को दर-दर यहा वहा भटकते देखा जा सकता। वही राज्य शासन के नई योजनाओं से ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के मवेशियो के हालात सुधारने की थोड़ी आस जरूर जगी है,योजनाएं कितनी कारगर होती हैं वक्त ही बताएगा।
ऐसे ही पानी व खाने की तलाश में भटकते मवेशियो को अपने जान से हाथ धोना पड़ा जब वे अपनी प्यास बुझाने नलजल योजना के तहत जोन्दरापदर एनीकेट के किनारे बने बोरवेल तक पानी की आस में पहुंच गए, जहा लापरवाह नगरपालिका कर्मचारियों की गलती के चलते अपनी प्यास बुझाने से पहले ही बोरवेल में दौड़ रहे करेंट से 3 मवेशियो की मौके पर ही तड़प तड़प कर मौत हो गई।
वार्डवासियों ने कई बार दी थी नगर पालिका कर्मचारियों को सूचना
वार्डवासियों ने कहा कि उन्हीने उक्त बोरवेल को दुरुस्त करने की कई बार नपा कर्मचारियों से भी पहले गुज़ारिश की थी लेकिन किसी ने भी मामले को गंभीरता से नही लिया,वही अब मौके पर पहुंचे नपा कर्म चारी उक्त बोर को खराब होना व गलती से रिटर्न बिजली का करेण्ट आना बता रहे हैं, वही बिजली विभाग से पहुंचे कर्मचारियों ने भी सीधे नपा की लापरवाही बताया है।वही मवेसी मालिक रामसिंह नेताम,किशोर कौशिक निवासी रोजगारी पारा ने कहा कि उनके पशुओ की मौत नगरपालिका के लापरवाही के चलते हुई है।