नारायणपुर/कोण्डागांव, 20 मई| Kondagaon-Narayanpur Highway : छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में बहुप्रतीक्षित कोण्डागांव-नारायणपुर राष्ट्रीय राजमार्ग-130 के निर्माण कार्य को लेकर क्षेत्रीय जनता, सामाजिक संगठनों और तकनीकी विशेषज्ञों की चिंताएं गहराने लगी हैं। यह सड़क एक ओर जहां अबूझमाड़ के घने जंगलों में बसे गांवों को देश की मुख्यधारा से जोड़ेगी, वहीं दूसरी ओर इसके निर्माण में जिस स्तर की अनियमितताएं उजागर हो रही हैं, वह पूरे सड़क विकास मॉडल पर प्रश्नचिन्ह लगा रही हैं।
इस परियोजना की कुल लंबाई 48 किलोमीटर है, जिसे 147.70 करोड़ की लागत से मेसर्स गणेश प्रसाद खेतान नामक एजेंसी के माध्यम से निर्मित किया जा रहा है। निर्माण में 69 पुलिया और 10 माइनर पुल शामिल हैं। लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि निर्माण स्थलों पर तकनीकी मानकों की अनदेखी की जा रही है। पुलियों में 10-12 एमएम मोटाई के सरिए का प्रयोग किया जा रहा (Kondagaon-Narayanpur Highway)है और दो सरियों की दूरी कहीं 10 तो कहीं 12 इंच तक रखी जा रही है—जो संरचनात्मक मजबूती के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिया निर्माण में सीमेंट, रेत और गिट्टी के अनुपातों में भी गंभीर गड़बड़ी की जा रही है। 1 बोरी सीमेंट में 30 तगाड़ी रेत और 20 तगाड़ी गिट्टी मिलाकर बेस तैयार किया जा रहा है, जिससे सड़क की उम्र बहुत सीमित हो सकती है। स्थिति तब और चिंताजनक हो जाती है जब ठेकेदार द्वारा अब तक निर्माण स्थल पर कोई सूचना पटल तक नहीं लगाया गया है।
डायवर्शन रूट तैयार करने में लापरवाही, चंद घंटों की बारिश से लग रहे है घंटों जाम, हर दूसरे दिन हो रहे है वाहन दुर्घटनाग्रस्त
नारायणपुर से कोंडागांव राष्ट्रीय राजमार्ग NH 130 के निर्माण में 48 किमी के सड़क कार्य में 69 पुलिया और 10 माइनर पुल शामिल है जिसमें से 50 फीसदी पुलिया का निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है, जिसमें ठेकेदार द्वारा नियमों को ताक में रखते हुए पुलियों का निर्माण करने के लिए डायवर्शन मार्ग तैयार किया गया जिसमें केवल मुरूम तो कही मिट्टी एवं गिट्टी डालकर आने जाने के लिए मार्ग तैयार किया गया (Kondagaon-Narayanpur Highway)है विभागीय सूत्रों की प्राप्त जानकारी अनुसार डामरीकृत डायवर्शन मार्ग तैयार किया जाना था लेकिन ठेकेदार द्वारा कार्य में लापरवाही करते हुए कच्चा सड़क तैयार किया गया है जिसके चलते रोजाना वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे है
अभी मानसून प्रारंभ होने में थोड़ी देर है लेकिन बेमौसम की कुछ घंटों की बारिश में सड़क में दलदल हो जा रहे है इस रोड से रोजाना नारायणपुर जिले की माइंस की लगभग 800 ट्रक आवाजाही करते है हर दूसरे दिन कोई न कोई वाहन दुर्घटनाग्रस्त एवं ट्रक पलटने की खबर सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त होते है जिसके कारण रोड में घंटों जाम लगे रहते है, स्थानीय एवं अन्य परिवहन संघों को अभी से बारिश की चिंता सताने लगी है अभी कुछ घंटों की बारिश में सड़क इतनी जानलेवा हो जा रही है न जाने बारिश के दौरान क्या हाल (Kondagaon-Narayanpur Highway)होगा जिले एवं अन्य जिले के ट्रकों का अभी पुलिया निर्माण का 10 फीसदी भी काम पूरा नहीं हुआ है बारिश से पहले पुलिया पूरी होने की भी कोई संभावना भी नहीं लग रही है।