जकार्ता/ए.। Kobra : दुनिया में एक ऐसी जगह है, जहां लोग जहरीले सांपों का जहर पीते हैं। साधारण सांप भी दिख जाए तो लोग उससे डरकर दूर हो जाते हैं। लेकिन इंडोनेशिया में लोग कोबरा (Kobra) जैसे जहरीले सांपों का जहर पीत हैं। दरअसल इंडोनेशिया में जहरीले सांप को शक्ति का प्रमुख स्रोत माना जाता है।
सेना के जवान हो या आम नागरिक सभी कोबरा (kobra) जैसे जहरीली सांप का जहर चाय की तरह पीते हैं। इंडोनेशिया के लोग समझते हैं कि ये प्राणी प्रकृति की मनुष्य के लिए अमूल्य देन है। जिसके कारण वहां के बाजार में पिंजरों में इन सांपों को बंद देखा जा सकता है।
इंडोनेशिया में पारंपरिक उचार पद्धति को महत्व
इंडोनेशिया में पारंपरिक उपचार पद्धति को महत्व दिया जाता है। इस उपचार पद्धति के अनुसार जंगली वनस्पतियों का सहारा लिया जाता है। ऐसा माना जाता है कि त्वचा संबंधी विकारों के उपचार के लिए सांपों का इस्तेमाल 100 साल पहले किया जा रहा था।
यहीं नहीं कैंसर के इलाज मेंं भी जहरीले सांपों का इस्तेमाल होता है। जबकि हृदय रोग के मरीजों को कोबरा जैसे जहरीले सांपों का विष पीने के लिए दिया जाता है। जबकि शराब पीने के पहले सांप के विष से बनी औषधि दी जाती है, जिससे शराब का दुष्परिणाम नहीं होता।
सुबह पांच से दे रात तक बिकता है जहर
ये भी माना जाता है कि सांप से बनी औषधि पुरुषों को यौन शक्ति बढ़ाने में मददगार होती है। वहीं महिलाओं की त्वचा चमकदार बनती है। जिसके कारण इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में सुबह पांच बजे से देर रात तक सांपों का रक्त बेचा जाता है। सैनिकों के दैनंदिन आहार में कोबरा का रक्त व मांस का समावेश होता है। ये रक्त जवानों को स्टेमिना बढ़ाने के लिए दिया जाता है।