कवर्धा, नवप्रदेश। कोरोना काल के चलते पिछले 2 वर्षों से दशहरा धूमधाम से नहीं मनाया जा सका था। वही आज 2 वर्षों बाद फिर से कबीरधाम जिले में ऐतिहासिक रूप से दशहरे का पावन पर्व बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया और बड़ी संख्या में दूरदराज के लोग सहित देश-विदेश के पर्यटक जिले के ऐतिहासिक दशहरे को देखने पहुंचे हुए (Khadagraj Singh) थे।
हम आपको बताना चाहेंगे कि छत्तीसगढ़ में बस्तर और कबीरधाम जिले का दशहरा काफी ऐतिहासिक व उत्साहित रूप से मनाया जाता है। दशहरे को लेकर जहां इसकी तैयारियां पहले से की जाती है वही लोग पारंपरिक वेशभूषा में नजर आते (Khadagraj Singh) हैं ।
सहसपुर लोहारा के राजा खड्गराज सिंह ने विधिवत कुल देवी देवताओं की पूजा अर्चना कि इसके साथ ही शास्त्रों का भी विधिवत पूजा अर्चना किया गया। जिसके बाद राजा खड्ग राज सिंह अपने पुरोहित के साथ नगर भ्रमण के लिए निकले हम आपको बता दें कि इस बार सहसपुर लोहारा में लाखों की संख्या में लोग दशहरे का पर्व मनाने के लिए पहुंचे हुए थे
वही राजाखड्ग राज सिंह अपनी शाही सवारी में सवार होकर नगर भ्रमण के लिए निकले हुए थे जहां उन्होंने लोगों का अभिवादन भी किया। जगह-जगह लोगों ने राजा का स्वागत भी किया और उन्हें श्रीफल व सोन पत्ती भेंट (Khadagraj Singh) किया ।
जिसे राजा खड्ग राज सिंह ने सहजता से स्वीकार कर उन्हें दशहरे की शुभकामनाएं देते हुए आशीर्वाद भी प्रदान किया हम आपको बता दें कि सहसपुर लोहारा का दशहरा काफी ऐतिहासिक नजर आ रहा था चारों तरफ लोगों की भीड़ ही भीड़ दिखाई दे रही थी।
इसके साथ ही दूर दराज से लोग जो पहुंचे हुए थे वह राजा खड्ग राज सिंह की एक झलक पाने लंबी कतारों में लगे हुए थे । वही अन्य शहरों से लोग तरह-तरह के खिलौने व सामग्रियों को लेकर स,लोहारा भी पहुंचे हुए थे जहां ग्रामीणों ने जमकर खरीदारी भी की। तथा सहसपुर लोहारा के राज महल में भव्य राज दरबार भी लगाया गया
जहां लोग अपने राजा से भेंट मुलाकात किए और राजा ने उन्हें दशहरे की पावन पर्व की बधाई भी दी इसके साथ ही एक दूसरे को पान खिला कर भी अभिवादन किया गया