रायपुर/नवप्रदेश। Kedar Kashyap Replied To Deepak Baij : कहा- कांग्रेस और बैज विष्णुदेव सरकार का शुक्रिया अदा करें, बस्तर भय मुक्त हो रहा है। उनको मालूम होना चाहिए किस तरीके से उनके ही कार्यकर्ता, उनके पदाधिकारी लगातार भाजपा नेताओं को धमकी देते रहे हैं।
वनमंत्री केदार कश्यप ने दीपक बैज के बयान “सारा बस्तर निर्दोषों की हत्या के खिलाफ लामबंद” को लेकर जवाब दिया है। केदार कश्यप ने कहा कि पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज राग अलापना बंद करें।
मंत्री कश्यप ने कहा चाहे नारायणपुर, बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा या पखांजुर क्षेत्र हो, हमारे भाजपा जनप्रतिनिधियों को जान से मारने धमकी दे रहे हैं और तो और नारायणपुर की घटना जिसमें विक्रम बैस की मौत हुई है। इसके जो दोषी है वे कोंग्रेसी कार्यकर्ता रह चुके हैं। NSUI के अध्यक्ष रह चुके हैं।
दीपक बैज पखांजूर की घटना को ना भूले। स्व. असीम राय जो हमारे नगर पंचायत के अध्यक्ष थे उनको मारने में कांग्रेस के पदाधिकारियों का हाथ रहा है। ये तो भारतीय जनता पार्टी की सरकार है जो लगातार जांच पड़ताल कर रही है जो ऐसे जो दोषी लोग हैं उनको जेल का रास्ता दिखा रही है। कानून से कोई बच नहीं सकता। दीपक बैज आपको शुक्रियादा करना चाहिए कि माननीय विष्णुदेव साय जी की सरकार हमारे पूरे क्षेत्र को भय मुक्त बना रही है।
दीपक बैज बोले आदिवासी मुख्यमंत्री के राज में आदिवासी मारे जा रहे
पीसीसी अध्यक्ष प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि सारा बस्तर फर्जी मुठभेड़ के खिलाफ लामबंद है, लोग बस्तर बंद कर अपना आक्रोश जता रहे है। लेकिन भाजपा सरकार को फर्क नहीं पड़ रहा है। सरकार को जांच से क्या परहेज है? सरकार इस मामले की जांच से घबरा क्यों रही है? पांच माह में ही एक आदिवासी मुख्यमंत्री के राज में आदिवासी मारे जा रहे हैं। आदिवासी को न्याय के लिये आंदोलन करना पड़ रहा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि पीडिया में हुये मुठभेड़ में और इसके पहले कांकेर के कोयलीबेड़ा में हुये मुठभेड़ में कुछ निर्दोष लोगो की हत्यायें हुई थी। कांग्रेस ने इस मामले की हाईकोर्ट के न्यायाधीश की देख-रेख में जांच की मांग किया था। आज इसी मांग को लेकर सर्व आदिवासी समाज ने बस्तर बंद का आह्वान किया था। कांग्रेस इस बंद का समर्थन किया है। पीडिया और कोयलीबेड़ा दोनों मुठभेड़ की जांच होनी चाहिये। सरकार निर्दोष लोगों की हत्याओं पर विराम लगाये जो लोग दोषी है उन पर कार्यवाही करें।