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तपती धूप में विभाग के कर्मचारी विद्युत व्यवस्था दुरूस्त करने कर रहे कडी मेहनत

कवर्धा। छत्तीसगढ़ स्टेट पाॅवर कंपनी द्वारा प्रदेशभर में विद्युत प्रणालियों के मरम्मत एवं संधारण का कार्य इन दिनों तेजी से किया जा रहा है। वर्षा पूर्व विद्युत प्रणालियों को दुरूस्त करने में जुटे विद्युत विभाग के कर्मचारी विपरीत परिस्थितियों में भी लगातार संचारण-संधारण कार्य में जुटे हुये हैं। इसके साथ ही कुछ दिनों पहले आये तेज आंधी-तूफान में कई ग्रामों के बिजली के खंभो आंधी-तूफान से प्रभावित हुए थे जिन्हें दुरूस्त किया जा रहा है। इसके साथ ही बहुत से ग्रामों में बिजली आपूर्ति भी सुचारू रूप से की जा रही है। वर्तमान में बैगा बाहुल्य क्षेत्र शीतलपानी के आश्रित ग्राम मछियाकोना में नया ट्रान्सफार्मर लगाया गया है। जिससे 27 बैगा आदिवासी परिवार को बिजली की समस्या से छुटकारा मिल गया है। वर्तमान स्थिति में आज भी आंधी-तूफान से प्रभावित खंभों को दुरूस्त किया जा रहा है व विद्युत विभाग के कर्मचारी विपरीत परिस्थिति में भी व्यवस्थाओं को सुधारने कडी मेहनत कर रहे है जिससे आने वाले बरसात में भी बिजली की होने वाली समस्याओं से काफी हद तक बचा जा सके। तपती धूप में जहां लोग अपने घरों से निकलने कई बार सोचते हेै वहीं विद्युत विभाग के कर्मचारी विद्युत पोल लगवाने के साथ ही विद्युत तारों को खींचने लगे रहते है जिससे आम लोगों को बिजली की समस्या ना हो।

छत्तीसगढ़ विद्युत मण्डल कवर्धा संभाग के कार्यपालन यंत्री वीके महालय ने बताया कि छत्तीसगढ़ विद्युत मण्डल कवर्धा के अंतर्गत कवर्धा ग्रामीण और सहसपुर लोहारा दो उप संभाग आते है। कवर्धा ग्रामीण उपसंभाग के तहत 6 और सहसपुर लोहरा के तहत 4 वितरण वितरण केन्द्र है, जिसमें 497 विद्युतीकृत गांव है। उन्होने बताया कि रामपुर वितरण केन्द्र में शामिल भाठकुंडेरा और रेंगाखार वितरण केन्द्र के बरबसपुर गांव में बिजली की आंशिक रूप से बाधित थी, जिसे आज सुधार लिया गया है। उन्होने बताया कि कवर्धा ग्रामीण वितरण केन्द्र में 40 गांव, पिपरिया वितरण केन्द्र में 30 गांव, रवेली वितरण केन्द्र में 38 गांव, राजानवागांव वितरण केन्द्र में 46 गांव, इंदौरी वितरण केन्द्र में 30 गांव,मरका वितरण केन्द्र में 34 गांव आते है। सहसपुर लोहरा उपसंभाग के तहत 4 विद्युत वितरण केन्द्र आते है। जिसमें सहसपुर लोहरा वितरण केन्द्र में 85 गांव, बिडोरा वितरण केन्द्र में 63 गांव रामपुर वितरण केन्द्र में 53 गांव और रेंगाखार वितरण केन्द्र में 78 गांव आते है। उनहोने बताया कि किसी भी वितरण केन्द्रों में ब्लैक आउट की स्थिति नहीं है।
छत्तीसगढ़ विद्युत मण्डल पंडरिया संभाग के कार्यपालन यंत्री नागेश्वर लाल त्रिपाठी ने बताया कि पंडरिया संभाग के अंतर्गत पंडरिया और बोड़ला दो उपसंभाग आते है। पंडरिय उपसंभाग में 4 और बोडला में 4 वितरण केन्द्र आते है, जिसमें कुल 473 विद्युतीकृत गांव शामिल है। उन्होने बताया कि बोडला के शीतलपानी के आश्रित गांव मछियाकोना में ट्रास्फार्मर खराब हो गया था, जिसमें बदलकर नया ट्रांस्फार्मर लगाया गया है, इससे गांव के 27 घरों में बिजली पहुंच रही है। उन्होने बताया कि पंडरिया छत्तीसगढ़ विद्युत मण्डल के पण्डरिया संभाग के अंतर्गत पण्डरिया और बोड़ला दो उप संभाग आते है। पण्डरिया उप संभाग के तहत पण्डरिया वितरण केन्द्र में 55 गांव, कापादाह वितरण केन्द्र में 51 गांव, कुन्डा वितरण केन्द्र में 75 गांव तथा कुकदर वितरण केन्द्र अंतर्गत 70 गांव आते है जोकि पूर्णतः विद्युतीकृत है। इसी तरह विद्युत मण्डल के बोड़ला उप संभाग अंतर्गत बोड़ला वितरण केन्द्र में 72 गांव, चिल्फी वितरण केन्द्र में 20 गांव, पांडातरई वितरण केन्द्र में 48 गांव तथा तरेगांव (ज) में आने वाले 82 गांव शामिल है। उनहोने बताया कि पूर्णतः किसी भी वितरण केन्द्रों में ब्लैक आउट की स्थिति नहीं ।

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