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ठेकेदारों पर हो रही कही धूप तो कही छाव की तरह कार्यवाही

कवर्धा। जिले मे आज भी कई ऐसे निर्माण कार्य है जो समय पर पूरा नहीं हो पाया है। और निर्माणकार्य आज भी जारी है, जिले मे यहां पहली कार्यवाही नहीं है इससे पहले भी ठेकेदारो पर कार्यवाही की जा चुकी है वर्तमान मे ही देखे तो नेषनल हाईवे सडक का निर्माणकार्य समय अवधी बीत जाने के बाद भी आज भी जारी है। जिले में ऐसे कई निर्माणकार्य है जो अनुबंध के हिसाब से समय पर पूर्ण नही हो पाते। जिसका खामियाजा आम लोगों को चुकाना पडता है चाहे वह सडक निर्माण हो या फिर भवन निर्माण हो। कवर्धा षहर में ही भारत माता व्यवसायिक परिसर में आम लोगों की सुविधा को लेकर लिफ्ट लगाया जाना था लेकिन आज तक लिफ्ट नहीं लगाया जा सका जिसके चलते दुकान संचालक सहित ग्राहकों को भी सीढियों से चढने-उतरने पर समस्यायें होती है। कबीरधाम जिले के आदिवासी-बैगा बाहूल बोडला विकासखण्ड में सिंचाई परियोजना मगरवाड़ा व्यपर्तन योजना के निर्माण कार्यों के लिए प्लांट और मशीनरी स्थापित करने के लिए नियमानुसार 32 लाख रूपए भुगतान किया गया था। व्यपर्तन का कार्य बंद करने के बाद जल संसाधन विभाग द्वारा अनुबंधित मेसर्स विनीत सिंह कन्स्ट्रशन कंपनी प्राईवेट मिलिटेट से अग्रिम भूगतान की राशि ब्याज के साथ वसूली की कार्यवाही कर ली गई है। जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता संतोष कुमार ताम्रकार ने बताया कि मगरवाड़ा व्यपर्तन योजना के नाम पर जिले में भ्रामक अफवाह फैलाई जा रही है। इस निर्माण में किसी भी प्रकार का कोई भ्रष्टाचार नहीं किया गया है। उन्होने बताया कि कबीरधाम जिले में जल संसाधन विभाग द्वारा मगरवाड़ा व्यपर्तन योजना के मुख्य नहर एवं 03 माईनर के मिट्टी के कार्य, 37 नग पक्के कार्य एवं 16 नगर कुलाबा लगाने के कार्य के लिए विभाग से मेसर्स विनीत सिंह कन्स्ट्रशन कंपनी प्राईवेट लिमिटेड कंपनी को अनुबंधित किया गया था। अनुबंध की राशि 3 करोड़ 20 लाख 87 हजार रूपए थी। इस कार्य में अनुबंध के नियमानुसार 32 लाख रूपए प्लांट और मशीनरी अग्रिम के लिए ठेकेदार को भुगतान किया गया था, जो कि निर्माण कार्य में ठेकेदार के देयक से मय ब्याज की वसूली जाती है। ठेकेदार द्वारा मात्र 2 लाख 12 हजार 274 रूपए का कार्य किया गया। इस दौरान ग्रामीणों के विरोध के कारण कार्य आगे नहीं किया जा सका। अधीक्षण अभियंता द्वारा कार्य का अंतिमीकरण किए जाने के लिए निर्देश देने पर अनुबंध की कंडिका अनुसार ठेकेदार को दिए गए एडवांस राशि की मय ब्याज वसूली की जा चुकी है और किए गए कार्य का कोई भुगतान नहीं किया गया है। मगरवाड़ा व्यपर्तन योजना के इस कार्य में किसी भी प्रकार का कोई भ्रष्टाचार नहीं किया गया है।

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