कवर्धा/नवप्रदेश। Kawardha News : राजा खड्ग राज सिंह अभी से नहीं पहले से ही हर व्यक्ति की मदद करते आ रहे हैं चाहे वह कोई दूरदराज से ही इनके पास क्यों ना पहुंचा हो। कोरोना काल में भी राजा खड्ग राज सिंह तथा उनकी धर्मपत्नी रानी आकांक्षा सिंह ने आम लोगो को काफी मदद पहुंचाई थी।
कोरोना काल के समय जहां लोग एक दूसरे का साथ नहीं देते थे वही इस राज परिवार ने लोगों को मदद पहुंचाने का बीड़ा उठाया था इसके साथ ही राजा खड्ग राज सिंह अपने सरल स्वभाव के नाम से काफी पहचाने जाते हैं। उनकी विचारधारा ऐसी है कि जहां तक हो सके लोगों की समस्याओं को दूर कर उनकी मदद कर सके इसी कारण राजा काफी लोकप्रिय भी हैं ,और लोग राजा खड्ग राज सिंह के पास सहजता से अपनी बातों को रखते हैं तथा राजा खड्ग राज सिंह उनकी समस्याओं का निदान भी करते हैं।
रानी आकांक्षा सिंह जी हर तबके के लोगों को न्याय दिलाने उनके साथ सदैव खड़ी रहती हैं ऐसे कई मामले कबीरधाम जिले में देखे गए जहां किसी पीड़ित की आवाज को दबाया जा रहा था । उस आवाज को उठाने भी रानी आकांक्षा सिंह ने बहुत मदद की और उन्हें न्याय भी दिलाया है । सहसपुर लोहारा का राज परिवार सदैव से ही आम लोगों के साथ जुड़कर उनकी मदद करते आ रहा है तथा राजा खड्ग राज सिंह भी सामाजिक क्षेत्रों में अनेक ऐतिहासिक कार्य किए हैं। जिनके चलते उनकी लोकप्रियता काफी बढ़ गई है।
ज्ञात हो की सहसपुर लोहारा रियासत के राजा खड़गराज सिंह के द्वारा सर्वआदिवासी समाज को 25 डिसमिल जमीन आदिवासी मंगल भवन के लिए दान में रानी आकांक्षा सिंह के माध्यम से दी गई। इस दौरान बडी संख्या में समाज के लोग मौजूद रहे।
तरेगांव दलदली रोड में दी गई जमीन
आदिवासी समाज को मंगल भवन के लिए तरेगांव दलदली रोड में तालाब के पास सड़क से लगे हुए 25 डिसमिल भूमि का दान राजा खड़गराज सिंह के द्वारा किया गया है। विशाल आदिवासी सम्मेलन कार्यक्रम के पश्चात आदिवासी मंगल भवन के लिए भूमि पूजन भी सहसपुर लोहारा की महारानी आकांक्षा देवी सिंह व सर्व आदिवासी समाज के नेता कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे प्रभाती मरकाम व विदेशी राम धुर्वे के साथ सर्व आदिवासी समाज के सैकड़ों लोगों की उपस्थिति में किया गया। समाज के लोगों ने इस तरह समाज के मंगल भवन के लिए 25 डिसमिल जमीन देने की राजा खड़गराज सिंह को धन्यवाद दिया है और उनके द्वारा समाज के हित में इस तरह के कार्य किए जाने के लिए भी समाज के प्रमुखों ने प्रशंसा की है।
सरल और सहजता के साथ सहयोगी है राजा
लोहारा रियासत के राजा खड्गराज सिंह हमेशा अपनी सादगी के लिए जाने जाते है। साथ ही आदिवासी समाज में उनकी अलग ही पकड है। नईदुनिया से चर्चा के दौरान उन्होने बताया कि जो समाज से हमे मिला है, हम उसे ही समाज को प्रदान कर रहे है। साथ ही समाज के साथ हमेशा खडे है। जमीन आबंटन के एक वर्ष बाद भी अगर शासन समाज के लिए भवन का निर्माण नही करती है तो भवन का निर्माण भी हमारे माध्यम से किया जाएगा।
राजनीतिक गलियों में भी चर्चा शुरू
लोहारा रियासत के खड़गराज सिंह के द्वारा पहले भी विभिन्न समाज को जमीन दान में दिया गया है। लोगों में इसे लेकर और राजनीतिक गलियों में चर्चाओं का बाजार गरम हो गया है। आदिवासी समाज को भी 25 डिसमिल जगह दान दिए जाने से लोगों के बीच चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है ।
अतिथियों व समाज के लोगों ने किया संबोधित
सर्व आदिवासी समाज के द्वारा एक तीर एक कमान सब आदिवासी एक समान का नारा लगाया जाता है। इस मंच के बैनर तले सभी सरकारी कर्मचारी व आदिवासी समाज के सामान्य लोग तथा सभी राजनीतिक दल के लोग इस संगठन से जुड़े हुए हैं और संगठन की गतिविधियों में भाग लेते हैं। संगठन के बैनर तले विशाल आदिवासी सम्मेलन का आयोजन में किया गया था। सम्मेलन में कांग्रेस भाजपा व अन्य दलों से भी जुड़े कार्यकर्ता और नेता प्रमुखता के साथ मंच पर बैठे हुए थे।
आदिवासी सम्मेलन में समाज को संबोधित करते हुए अपने संबोधन में मुख्य अतिथि आकांक्षा देवी सिंह व अध्यक्षता कर रहे प्रभाती मरकाम जिला अध्यक्ष सर्व आदिवासी समाज कबीरधाम व जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि तथा विदेशी राम धुर्वे पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष संरक्षक गोंड समाज प्रधान कार्यालय भोरमदेव के द्वारा समाज के उत्थान के विषय में समाज के लोगों के समक्ष बातें रखी गई। उन्होंने आदिवासी समाज के द्वारा राज्य की राजनीति में तस्वीर बदलने की बात कही गई।
वक्ताओं के द्वारा कहा गया कि आदिवासी समाज पूरी ताकत और नई ऊर्जा के साथ आगामी सालों में राजनीति को सामाजिक समीकरण बदलने के लिए कृत संकल्प है, इसके लिए समाज के सभी लोगों को इसमें सहभागिता देना होगा और आदिवासी समाज के इस व्रत को सफल करने में अपनी भूमिका निभाएंगे। कार्यक्रम में मुख्य रूप से अवस्था में कार्यकारी जिलाध्यक्ष सुखनंदन , युवा प्रभाग के जिला अध्यक्ष शगनू सिंह धुर्वे शिक्षक, नैन सिंह मरावी, गजराज टेकाम, रूपसिंह धुर्वे, देवचरण धुर्वे के अलावा समस्त छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज कबीरधाम के कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित रहे।