कोरबा/नवप्रदेश। कटघोरा (katghora) में 15 घंटे में 8 कोरोना पॉजिटिवि (corona positive) पाए जाने के बाद यहां चौकसी बढ़ा दी गई है। वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार कटघोरा (katghora) में अब स्वास्थ्यकर्मी घर-घर पहुंचकर लोगों का सैंपल (sample taking at home) ले रहे हैं। गुरुवार की रात से ही सैंपल (sample taking at home) लेने का काम शुरू हो गया है। गुरुवार रात को ही 87 लोगों का सैंपल लिया जा चुका है।
शुक्रवार को भी भी यह काम जारी रहा। वहीं दूसरी ओर पूरे कोरबा जिले में सतर्कता तेज की गई है। जिला मुख्यालय में सभी चौक चौराहों पर आने-जाने वालों की जांच को लेकर पुलिस का रुख सख्त हो गया है। कटघोरा में सबसे पहले महाराष्ट्र के नागपुर का एक 16 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव (corona positive) पाया गया था। उसके बाद बुधवार की रात को 52 वर्षीय व्यक्ति की पॉजिटिव रिपोर्ट आई। इसके अगले ही दिन यानी गुरुवार को सात और मामले उजागर हुए।
एक ही स्थान से इतने मामले मिलने पर प्रशासन की सांस फूल गई। आनन-फानन में पूरे शहर क्षेत्र को सील करने के साथ सैकड़ों की संख्या में पुलिस कर्मियों को निगरानी के लिए लगाया गया है। किसी भी तरह की आवाजाही को यहां प्रतिबंधित कर दिया गया है। आवश्यक सेवाओं से संबंधित पेट्रोल पंप और दवा दुकानें भी बंद हैं। प्रशासन ने लोगों की जरूरत को पूरा करने की व्यवस्था की है। यह पूरा काम अतिरिक्त चौकसी के साथ हो रहा है।
बारिहयों के संपर्क में आए 52 को किया गया था क्वारेंटाइन
कटघोरा (katghora) क्षेत्र में बाहर से आने वालों संपर्क में आए 52 लोगों को क्वारेंटाइन किया गया था। इनके नमूने परीक्षण के लिए एम्स रायपुर भेजे गए हैं। वहीं एम्स रायपुर से प्राप्त जानकारी के मुताबिक यहां किसी भी स्थिति से निपटने केे लिए अतिरिक्त वेंटिलेटर की व्यवस्था की जा रही है।
पुलिस दे रही समझाईश-दोबारा आवाजाही पर कार्रवाई संभव
प्रशासन ने उच्च स्तरीय बैठक भी की है। कोरबा जिले की आसपास से लगने वाली अंतरजिला सीमाओं को बंद करने का काम कर लिया गया है। वहीं जिला मुख्यालय में आवाजाही के प्रयोजन को दर्ज करने के साथ ही संबंधितों को कहा जा रहा है कि दूसरी बार आवाजाही करते पाए गए तो कार्रवाई संभव है। यह सख्ती का बिल्कुल नया तरीका है जिसे आज से प्रारंभ किया गया है।
मामले को गंभीरता से ले रही पुलिस
पूरे मामले में जिला पुलिस के अधिकारियों ङ्क्षचता जताई है। अधिकारियों का कहना है कि जिन लोगों की गैर जिम्मेदाराना भूमिका के कारण यह सब हुआ और बहुत सारे लोग परेशान हुए हैं, उन्हें गंभीरता से लिया जाएगा और आगे नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। ज्ञात रहे कोरबा जिले में सबसे पहले कोरोना का एक मरीज कोरबा शहर में मिला था, जिसका एम्स रायपुर ने सफल इलाज कर उसे डिस्चार्ज कर दिया था।