नई दिल्ली/नवप्रदेश। Karnataka Election : कर्नाटक में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी गुजरात चुनावों की रणनीति के साथ आगे बढ़ेगी और प्रचार-प्रसार में राज्यों के नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
बकौल एजेंसी भाजपा सूत्रों ने बताया कि पार्टी ने केंद्रीय और राज्य के मंत्रियों, सांसदों और विधायकों सहित विभिन्न राज्यों के 50-60 नेताओं को चुनाव प्रचार का प्रभार दिया है। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा महासचिव (संगठन) बीएल संतोष और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के बीच एक बैठक हुई। बैठक में पार्टी नेताओं को राज्य में भाजपा की जीत सुनिश्चित करने को कहा गया।
सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में केंद्रीय राज्य मंत्री पंकज चौधरी, पार्टी सांसद निशिकांत दुबे, रमेश बिधूड़ी, संजय भाटिया, बिहार के विधायक संजीव चौरसिया, उत्तर प्रदेश के विधायक सतीश द्विवेदी और आंध्र प्रदेश के नेता पी सुधाकर रेड्डी शामिल मौजूद रहे, जिन्हें कई चुनाव प्रबंधन का अनुभव है।
भाजपा ने प्रदेश की 115 सीटों को किया चिह्नित
भाजपा ने 224 विधानसभा सीटों में से 115 सीटों को चिह्नित किया है। हर नेता को 2 से 3 सीट की जिम्मेदारी दी गई है और मुश्किल सीटों पर जीत की संभावना को बढ़ाने के लिए कहा गया।
गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान भगवा पार्टी ने पार्टी के प्रमुख नेताओं को चुनावी जिम्मेदारियां सौंपी थीं। जिसका परिणाम पूरे देश ने देखा था। भाजपा ने ऐतिहासिक जीत हासिल करते हुए सत्ता में वापसी की थी। ऐसे में पार्टी कर्नाटक में इसी रणनीति के साथ आगे बढ़ने का मन बना चुकी है।
कर्नाटक में कब होगा चुनाव ?
राज्य की 224 विधानसभा सीटों (Karnataka Election) के लिए 10 मई को चुनाव होने वाला है, जबकि 13 मई को चुनावी परिणाम सामने आएंगे। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 121 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन को 100 सीटें हासिल हुई थीं। जिनमें से कांग्रेस ने 70 और जेडीएस ने 30 सीटों पर जीत दर्ज की थी।