डेस्क/नवप्रदेश। Karnataka Election : कोई टिकट न मिलने से कर लिया आत्महत्या, तो किसी ने छोड़ी पार्टी और अब तो नाराज़ विधायक अपने ही सहयोगी से मिलने से मना कर दिया। कर्नाटक चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, सत्ता पक्ष समेत तमाम विपक्ष की बगावत खुलकर सामने आ रही है।
ताजा मामला मैसूर के कृष्णराज विधानसभा क्षेत्र से देखा जा रहा है। दरअसल, वहां से बीजेपी विधायक एसए रामदास टिकट नहीं मिलने से खासे नाराज हैं। नाराजगी इस कदर हावी है कि पार्टी सांसद प्रताप सिम्हा और पार्टी के चुनाव प्रत्याशी टीएस श्रीवत्स से मिलने से इनकार कर दिया।
दोनों नेता सोमवार रात श्री रामदास से मिलने उनके विद्यारण्यपुरा स्थित (Karnataka Election) घर गये थे लेकिन निवर्तमान विधायक ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया। बताया जा रहा है कि वह भाजपा द्वारा टिकट नहीं दिये जाने से नाराज हैं। श्री रामदास के अपनी ही पार्टी के साथियों से मिलने से इनकार करने की जानकारी मिलते ही राज्य की राजनीति में गहमागहमी शुरू हो गयी है।
जल्द ही अपने आगामी कदम की घोषणा
श्री रामदास के समर्थक शनिवार को बड़ी संख्या में उनके आवास के सामने जमा हुए थे और उन्हें पार्टी से टिकट देने की मांग को लेकर नारे लगाये थे। वह ब्राह्मण और लिंगायत बहुल कृष्णराज निर्वाचन क्षेत्र से चार बार निर्वाचित हुए हैं। अगले कदम के बारे में पूछे जाने पर श्री रामदास ने कहा कि कुछ दलों ने उनसे संपर्क किया था, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया।
भाजपा को बताया दूसरी माँ
चार बार निर्वाचन क्षेत्र से जीतने के बावजूद पार्टी ने उन्हें कई बार कैबिनेट सीट के योग्य नहीं माना, इस बात का उन्हें मलाल है। उन्होंने कहा कि वह भाजपा को अपनी दूसरी मां मानते हैं और इसके खिलाफ नहीं जाएंगे। गौरतलब है कि राज्य में 10 मई को विधानसभा चुनाव होने वाला है।
टिकट न मिलने पर भाजपा नेता ने की आत्महत्या
गौरतलब है कि इसके पहले कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। इसके आलावा शामली जिले के कांधला शामली निवासी दीपक सैनी उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव के लिए भाजपा से टिकट मांग रहे थे। जब टिकट नहीं मिला तो दीपक सैनी ने जहर खाकर अपनी जान दे दी।
बता दें कि दीपक सैनी पिछले काफी समय से परिवार और स्थानीय लोगों के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। वह पहले भी क्षेत्र से सभासद रह चुके हैं तो ऐसे में उन्हें भी इस बात का पूरा विश्वास था कि उन्हें चुनावी मैदान में उतरने के लिए पार्टी से टिकट जरूर मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। रविवार (16 अप्रैल) शाम को जब उत्तर प्रदेश में भाजपा ने शामली समेत कई जिलों में सभासद के उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की लेकिन लिस्ट (Karnataka Election) में पूर्व सभासद दीपक सैनी का नाम नहीं था।