कानपुर, नवप्रदेश। उत्तरप्रदेश के कानपुर से एकतरफा प्यार का एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां हैलट अस्पताल में इलाज करवाने आए मरीज को जूनियर डॉक्टर से ही प्यार हो गया। डॉक्टर को देखने के लिए युवक हर दूसरे दिन बीमार पड़ जाता।
यर डॉक्टर जहां भी ड्यूटी करती, उसको देखने के लिए आशिक मिजाज मरीज वहां पहुंच जाता। 15 दिन तक जब यह सिलसिला यूं ही चलता रहा तो डॉक्टर को भी शक हो गया।
उसने इसकी शिकायत सीनियर डॉक्टर से की। जिसके बाद उसको हैलट के सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ लिया और जमकर पिटाई कर डाली। फिर उसे पुलिस को सौंप दिया।
पकड़े जाने के बाद युवक ने सफाई दी कि हम तो दवा लेने गए थे अब दोबारा नहीं जाएंगे। जानकारी के मुताबिक, कानपुर के जाजमऊ का रहने वाला तौहीद पंद्रह दिन पहले बीमार पड़ा था तो वह हैलट की ओपीडी में पर्चा बनवा कर इलाज के लिए पहुंचा।
उस दौरान ओपीडी में मेडिकल कॉलेज की जूनियर डॉक्टर मरीजों को देख रही थी। जूनियर डॉक्टर ने इसका भी ट्रीटमेंट किया।
जूनियर डॉक्टर ने उसके इलाज की दवा तो लिख दी. लेकिन इस दौरान तौहीद को जूनियर डॉक्टर से इश्क हो गया। फिर हर दूसरे दूसरे दिन वह इलाज के बहाने अस्पताल आने लगा।
कई बार तो उसने अलग-अलग नामों से ओपीडी का पर्चा बनवाया। फिर जब ओपीडी में जूनियर डॉक्टर की ड्यूटी नहीं लगी तो वह बाकी डॉक्टरों से उसके बारे में पूछने लगा।
इस बात की जानकारी जब जूनियर डॉक्टर को हुई तो उसने सीनियर डॉक्टर से इसकी शिकायत कर दी। शनिवार को फिर ओपीडी का पर्चा बनवा कर तौहीद जब ओपीडी रूम पहुंचा तो स्टाफ पहले से सतर्क था। जैसे ही उसने जूनियर डॉक्टर के बारे में पूछा तो स्टाफ ने उसे पकड़ कर धुनाई कर डाली। फिर पुलिस को सौंप दिया।
स्वरूप नगर पुलिस ने जूनियर डॉक्टर की शिकायत पर तौहीद के खिलाफ FIR दर्ज कर ली। पुलिस ने जब तौहीद को कोर्ट में पेश किया तो वहां उसने अपनी सफाई दी। तौहीद ने कहा कि मैं तो दवा लेने गया था। एक दो बार ही पर्चा बनवाया था। लेकिन अब वहां कभी नहीं जाऊंगा।
उधर, एडीसीपी अनिता सिंह का कहना है एक युवक अलग-अलग नामों से कई बार पर्चा बनवा कर हॉस्पिटल में जूनियर डॉक्टर से इलाज के बहाने जाकर उसे ताकता था। जूनियर डॉक्टर की शिकायत पर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। रविवार को पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया। जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया।