कांकेर। कांकेर जिले के ग्राम चवांड़ निवासी विकास कुमार साहू पिता श्री नरेश कुमार साहू को मुम्बई में स्नातकोत्तर डिग्री (पोस्ट ग्रेजुएशन) में दो गोल्ड मेडल के साथ सम्मानित किया गया । यह दो गोल्ड मेडल उन्हें भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के समतुल्य विश्वविद्यालय केन्द्रीय मत्स्यिकी शिक्षा संस्थान में जिला मास्टर इज फिशरिज सांईस (एमएफ एस.सी.) की डिग्री में विकास ने 87.5 प्रतिशत पाकर अपने डिपार्टमेन्ट में टॉप किया और साथ ही अपने डिवीजन में भी सर्वोच्च प्रतिशत प्राप्त किया जिसके लिए उन्हें डॉ. हिरालाल चैधरी गोल्ड मेडल एवं प्रोफेसर रविन्द्र नाथ कोथापल्ली गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। सफलता के इस शिखर पर पहुंचने का श्रेय विकास अपने माता पिता को देते है तथा यह दोनों गोल्ड मेडल उन्हें समर्पित करते है विकास हमेशा से ही एक प्रतिभाशाली छात्र रहे उन्होंने अपनी स्नातक डिग्री (अडर ग्रेजुएशन) छ.ग. के एकमात्र मत्स्यिकी महाविद्यालय कवर्धा से की और वहा भी उन्होंने सर्वोच्च प्रतिशत प्राप्त कर गोल्ड मेडल हासिल किया।
तत्पश्चात पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए जे.आर.एफ की परीक्षा पास करके मुम्बई में स्थित आईसीआर केन्द्रीय मत्स्यिकी शिक्षा संस्थान में दाखिला किया और वहा भी अपनी मेहनत और लगन से दो गोल्ड मेडल हासिल किया
22 अप्रैल 2019 को मुम्बई में आयोजित दीक्षान्त समारोह में विकास को आई.सी.आर के डायरेक्टर जनरल डी.जी. डॉ. टी. मोहापात्रा एवं डिप्टी डायरेक्टर जनरल डी.डी.जी. डॉ. जे.के. जेना के करकमलों से एफएफ.एससी. डिग्री की उपाधि दी गई और साथ ही दो गोल्ड मेडल में उन्हें सम्मानित किया गया । विकास छ.ग. के एकमात्र एवं प्रथम विद्यार्थी है जिन्होने मुम्बई में यह सम्मान प्राप्त हुआ है । पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद विकास वही मुम्बई में पी.एच.डी. की पढ़ाई कर रहे थे और पढ़ाई करते हुए उनकी छ.ग. के फिशरीज डिपार्टमेन्ट में सहायक मत्स्य अधिकारी की नौकरी लग गई विकास मत्सियकी महाविद्यालय कवर्धा के प्रथम छात्र है जिनकी सहायक मत्स्य अधिकारी की नौकरी लगी है वर्तमान में विकास कुमार साहू मछली पालन विभाग जिला धमतरी में सहायक मत्स्य अधिकारी के रूप में पदस्थ है । इनके आगे बढ़ाने में इनके माता पिता की योगदान महत्वपूर्ण है इनके पिता नरेश कुमार साहू कांकेर में ट्रेक स्टार ट्रेक्टर का डीलर है एवं माता श्रीमती तुलसी साहू प्रधान अध्यापक माध्यमिक शाला चवांड़ में पदस्थ है ।