सरकारी जमीन पर अवैध अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ होगी कड़ी कार्यवाही : तहसीलदार
वार्डवासियों ने प्रशासन का माना आभार
नवप्रदेश संवाददाता
कांकेर। दूध नदी के तट पर चल रहे अवैध अतिक्रमण की खबर को 3 जून को ‘नवप्रदेशÓ ने बड़ी ही प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था खबर के बाद तहसीलदार मनोज मरकाम ने पटवारी को मौके पर भेजकर अवैध अतिक्रमण को रोककर ठोस कार्यवाही किया है नगर सहित ग्रामीण अंचलों में भू माफियाओं के द्वारा सरकारी जमीन को खाली देखते ही अतिक्रमण कर कब्ज़ा करने में कोई कोरी कसर नही छोड़ते दिखाई देते है सबसे बड़ी बात तो यह है कि नजूल की भूमि पर अवैध अतिक्रमण करने वालो के हौसले महज प्रशासनिक कार्यवाही नही होना बड़ा कारण माना जाता रहा है ।
सोमवार को तहसीलदार के आदेश के बाद तत्काल उक्त अवैध अतिक्रमण को रोकते पालिका के जेसीबी से निर्माण से सम्बंधित सामानों को जब्त कर कार्यवाही किया गया है और नजूल व राजस्व की ज़मीन पर अवैध अतिक्रमण करने वालो को कडी चेतावनी देते ठोस कार्यवाही करने की बात कही गई है तहसीलदार की कार्यवाही के बाद से वार्ड के जागेश्वर पटेल महेंद्र यादव किरण यादव किशन यादव सहित वार्डवासियों ने कार्यवाही का स्वागत करते प्रशासन का आभार माना।
पहले नजूल की भूमि पर कब्ज़ा फिर मोटी रकम में सौदे का चल रहा बड़ा खेल
भू माफियाओं द्वारा आजकल नजूल व सरकारी भूमि पर कब्ज़ा करने का मामला तो अक्सर सुनाई देता है लेकिन नजूल की भूमि पर भू माफियाओं द्वारा बड़े सौदे बाज़ी का खेल चलाए जाने का मामला सामने आ रहा है जानकारी के मुताबिक भू माफियाओं के द्वारा सबसे पहले नजूल व सरकारी ज़मीन पर अवैध कब्ज़ा किया जाता है और फिर पुन: उक्त ज़मीन पर छोटी दुकान बनाकर छोड दिया जाता है कुछ माह पश्चात जब प्रशासनिक कसावट नही होने की स्थिति में दुकान को मोटी रकम में बेचकर मुनाफ़ा कमाने का खेल चलाए जाने की जानकारी मिली है।
सरकारी ज़मीनो को सरकार करे अधिग्रहण नही तो बेच खाएंगे भू माफिया : वार्डवासी
भंडारीपारा वार्ड के कुछ लोगो ने हमे नाम नही छापने की शर्त पर बताया कि काँकेर सहित ग्रामीण अंचलों में खाली पड़े नजूल व सरकारी जगहो को तत्काल सरकार को अधिग्रहण कर भू माफियाओं के जालसाजी से बचाने का प्रयास किया जाना चाहिए समय रहते अगर नजूल व राजस्व के अंतर्गत आने वाले भूमि पर सरकार को अपना बोर्ड लगाकर आरक्षित किया जाना चाहिए नही तो नजूल व राजस्व की सारी ज़मीन यूही भू माफियाओं के कब्जे में चली जाएगी और सांठगांठ कर ऐसे जमीनो पर कब्जाकर दुकान व कच्चा घर बनाकर मोटी रकम में बेच दिया जाता है इस प्रकार के अवैध धंधे तेज़ी से फैलने की जानकारी बताई गई।