नई दिल्ली। new president of BJP: भारतीय जनता पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के मुख्यालय नागपुर में होंगे। बीजेपी नेताओं ने नया अध्यक्ष चुनने की जिम्मेदारी आरएसएस पर छोड़ दी है। वर्तमान अध्यक्ष जे. पी नड्डा अध्यक्ष के रूप में नड्डा का कार्यकाल पूरा हो गया है।
साथ ही उनके कैबिनेट में शामिल होने के साथ ही नए अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया भी जल्द शुरू हो जाएगी। मनोहरलाल खट्टर, शिवराज सिंह चौहान, भूपेन्द्र यादव, धर्मेन्द्र प्रधान, सी. आर. पाटिल का नाम चर्चा में था। हालांकि इन सभी को कैबिनेट में शामिल किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने बीजेपी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने की जिम्मेदारी आरएसएस पर छोड़ दी है। इसलिए माना जा रहा है कि बीजेपी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष आरएसएस के ढांचे से निकला कोई नेता होगा।
समय आने पर नया नाम आएगा
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल, विनोद तावड़े और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के नाम पर भी चर्चा हो रही है। हालांकि आने वाले समय में एक ऐसे नेता का नाम सामने आएगा जिसकी मीडिया कल्पना भी नहीं कर सकता, ऐसा आरएसएस के एक नेता ने कहा। 2009 में तमाम उम्मीदों को बताते हुए नितिन गडकरी को अध्यक्ष चुना गया था।
ओम माथुर, सुनील बंसल भी मुकाबले में
जे.पी. नड्डा मोदी कैबिनेट में शामिल होने के साथ ही जल्द ही पार्टी का नया अध्यक्ष (new president of BJP) चुना जाएगा। कैबिनेट में पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के शामिल होने से इस पद के लिए नए चेहरे का चयन होने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक ओम माथुर, सुनील बंसल के नाम पर चर्चा चल रही है। इसके अलावा विनोद तावड़े का नाम भी चर्चा में है।
आरएसएस को क्यों दी गई जिम्मेदारी?
अध्यक्ष पद के लिए सी आर पाटिल का नाम सबसे उपयुक्त माना गया। हालाँकि जब प्रधानमंत्री और गृह मंत्री दोनों गुजरात से हैं, तो पार्टी अध्यक्ष का पद गुजरात को देना उचित नहीं था। इसलिए पाटिल को मंत्री बनाया गया। शिवराजसिंह चौहान राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना चाहते थे। मनोहर लाल खट्टर मोदी के कृपापात्र थे। हालाँकि आरएसएस ने इस नाम को स्वीकार नहीं किया। इसलिए अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी आरएसएस को सौंपी गई।