नई दिल्ली, नवप्रदेश। भारत सरकार द्वारा प्रारंभ देशव्यापी रोज़गार मेले के तीसरे चरण में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 45 स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में 71 हजार युवाओं को सरकारी विभागों व संगठनों में नौकरी के लिए नियुक्ति-पत्र प्रदान किए गए। भोपाल में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर के आतिथ्य में रोजगार मेला हुआ।
रोजगार मेला रोजगार सृजन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता को पूरा करने की दिशा में एक कदम है। रोजगार मेला रोजगार सृजन में एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा और युवाओं को उनके सशक्तिकरण और राष्ट्रीय विकास में भागीदारी के लिए सार्थक अवसर प्रदान (job fairs) करेगा।
वर्चुअल जुड़े प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि निरंतर हो रहे ये मेले हमारी सरकार की पहचान बन गए हैं। ये दिखाता है कि किस तरह हमारी सरकार जो संकल्प लेती है, उसे सिद्ध करके दिखाती है। श्री मोदी ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया में व्यापक बदलाव हुआ है। केंद्रीय सेवाओं की भर्ती प्रक्रिया पहले के मुकाबले ज्यादा कारगर व समयबद्ध हुई (job fairs) है।
आज भर्ती प्रक्रिया में जो पारदर्शिता व रफ्तार हैं, वो सरकार के हर काम में दिख रहा है। पारदर्शी तरीके से भर्ती व पदोन्नति युवाओं में भरोसा जगाती है। ये पारदर्शिता बेहतर तरीके से उन्हें प्रतियोगिता में उतरने के लिए प्रेरित करती है। हमारी सरकार इसी दिशा में निरंतर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि ये साल 2023 का पहला रोजगार मेला है। इस साल की शुरूआत उज्जवल भविष्य की नई उम्मीदों के साथ हुई है। प्रधानमंत्री ने सभी युवाओं व उनके परिवारों को बधाई देते हुए कहा कि आने वाले दिनों में लाखों और परिवारों को सरकारी नौकरी में नियुक्ति मिलने वाली (job fairs) है।
प्रधानमंत्री ने बताया कि देश में ढांचागत विकास के समग्र दृष्टिकोण के साथ 8 साल में रोजगार के लाखों अवसर सृजित किए गए हैं। उन्होंने इंफ्रास्ट्रक्चर में 100 लाख करोड़ रु. के निवेश का उदाहरण देते हुए जोर दिया कि कैसे एक नई बनी सड़क रोजगार के अवसर पैदा करती है।
प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया कि नए बाजार नई सड़कों या रेलवे लाइनों की परिधि के साथ उभरते हैं, पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ खेत से खाद्यान्न का परिवहन बहुत आसान बनाते हैं। हर गांव में ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी प्रदान करने की भारत-नेट परियोजना का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने इसके होने से रोजगार के नए अवसरों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसने गांवों में ऑनलाइन सेवाएं प्रदान करके उद्यमिता का एक नया क्षेत्र खोला है।
श्री मोदी ने टियर-2 और टियर-3 शहरों में फलते-फूलते स्टार्टअप परिदृश्य का उल्लेख करते हुए कहा कि इस सफलता ने दुनिया में युवाओं के लिए एक नई पहचान बनाई है। नव-नियुक्त युवाओं से श्री मोदी ने कहा कि आपको सीखना होगा और देश को आगे ले जाने के लिए खुद को सक्षम बनाना होगा।
भोपाल में आयकर विभाग द्वारा संयोजित रोजगार मेले में केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने कहा कि हमारे देश में एक बड़ी आबादी युवाओं की है, इसलिए यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि भारत एक युवा देश है और ये युवा ऊर्जा भारत की ताकत भी है और इसका सकारात्मक उपयोग हों, यह सुनिश्चित करने की जवाबदारी सरकार की है लेकिन साथ ही हम लोग यह भी भली-भांति जानते हैं कि आजीविका के क्षेत्र में शासकीय सेवा एक अपर्याप्त साधन है,
यद्यपि हमारे देश में इसके लिए एक माइंडसेट बना हुआ है। 2014 के बाद से मोदी सरकार के कार्यकाल में लाखों युवाओं को नौकरियां मिली है और यह प्रक्रिया निरंतर जारी है। श्री तोमर ने कहा कि जब देश युवा है, देश के पास युवा ऊर्जा है तो इसका समन्वय करना समय की मांग है और इसीलिए प्रधानमंत्री ने पिछले 15 अगस्त को 10 लाख लोगों को सालभर में सरकारी नौकरियां प्रदान करने का अभियान हाथ में लिया, जिसके अंतर्गत प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा 22 अक्टूबर 2022 को रोजगार मेले के प्रथम चरण का शुभारंभ किया गया था, जिसमें विभिन्न राज्यों में एक साथ 75 हजार नियुक्ति-पत्र प्रदान किए गए थे। रोजगार मेला- द्वितीय 22 नवंबर 2022 को हुआ, जिसमें 71 हजार नियुक्ति-पत्र दिए गए थे और अब यह तीसरा रोजगार मेला हुआ है।
श्री तोमर ने कहा कि निजी क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसरों की उपलब्धता बढ़े, इस दिशा में भी भारत सरकार ने सद्प्रयत्न किए हैं। प्रधानमंत्री ने काम संभालने के बाद स्वरोजगार के क्षेत्र में भी काम करते हुए नई गति व ऊर्जा देने का प्रयास किया और स्किल इंडिया कैम्पेन प्रारंभ किया, ताकि बड़ी मात्रा में रोजगार की मांग को पूरा किया जा सकें। इसके लिए अलग से मंत्रालय भी बनाया गया। इनका लाभ बड़ी संख्या में युवाओं को मिला है।
प्रधानमंत्री ने लगातार एक के बाद एक मेक इन इंडिया, 20 लाख करोड़ रुपये के आत्मनिर्भर भारत पैकेज, आत्मनिर्भर भारत रोजगार योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, गरीब कल्याण रोजगार अभियान, डिजिटल इंडिया, कृषि के क्षेत्र में 10 हजार नए एफपीओ बनाने की शुरूआत जैसी पहल रोजगार पैदा कर रही है, जिनका फायदा नौजवान पीढ़ी को मिला है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया के मंच पर भारत की राजनीतिक ताकत और साख बढ़ रही है।
आज जो पीढ़ी आ रही है, उसके लिए यह अमृत काल स्वर्ण युग है। देश की आजादी के 100 वर्ष जब पूरे होंगे तो हिंदुस्तान नए हिंदुस्तान के रूप में नजर आएगा, नई ताकत के रूप में नजर आएगा व दुनिया का नेतृत्व करने वाले राष्ट्र के रूप में उभरकर सामने आएगा, यह सभी को शनैःशनैः दिखाई दे भी रहा है।
कोविड का प्रबंधन भी इसका उदाहरण है। श्री तोमर ने युवाओं का आह्वान किया कि आने वाले कल में चुनौतियां का सामना करते हुए भारत को विश्व गुरू के रूप में अधिष्ठित करने की बात नौकरी करते समय भी जेहन में रखें।
रोजगार मेले में प्रधानमंत्री ने किया संवाद- रोजगार मेले में प्रधानमंत्री से संवाद के दौरान पश्चिम बंगाल की सुश्री सुप्रभा बिस्वास, जिन्हें पंजाब नेशनल बैंक के लिए नियुक्ति-पत्र मिला, ने नियुक्ति की औपचारिकताएं शीघ्र पूरी करने व सेवा करने का मौका देने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने लड़कियों के हर क्षेत्र में आगे बढ़ने पर प्रसन्नता व्यक्त की। जम्मू-कश्मीर के श्री फैसल शौकत शाह (एनआईटी, श्रीनगर) में कनिष्ठ सहायक, मणिपुर की सुश्री वाहनी चोंग (एम्स, गुवाहाटी में नर्सिंग अधिकारी), बिहार के दिव्यांग श्री राजू कुमार (पूर्वी रेलवे में जूनियर इंजीनियर) तथा तेलंगाना के कन्नमला वामसी कृष्णा (कोल इंडिया लि. में प्रबंधन प्रशिक्षु) से भी प्रधानमंत्री ने संवाद किया।