श्रीनगर/नवप्रदेश। J&K : जम्मू-कश्मीर के महानिदेशक (कारागार) हेमंत कुमार लोहिया की हत्या के मामले में उनके घरेलू सहायक को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने एक बयान में बताया कि पूरी रात तलाश अभियान चलाने के बाद यासिर लोहार (23) को गिरफ्तार कर लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि उसे कान्हाचक इलाके के एक खेत से गिरफ्तार किया गया। वह रामबन जिले के हल्ला-धंडरथ गांव का निवासी है।
पुलिस के हाथ आरोपी यासिर की डायरी लगी है, जिससे साफ पता चलता है कि वह डिप्रेशन में था। यासिर की डायरी में हिंदी सैड सॉन्ग भी मिले हैं, जैसे कि भुला देना मुझे…। दूसरे पन्नों में दिल टूटने, जीवन और मृत्यु को लेकर बाते लिखी गई हैं। वह लिखता है, ‘मैं अपनी जिंदगी से नफरत करता हूं। जिंदगी तो बस तकलीफ देती है। सुख तो अब मौत ही देती है। मैं फिर से अपने जीवन की शुरुआत करना चाहता हूं।’
डायरी में लिखा- मौत मेरी जिंदगी में आओ
आरोपी यासिर एक जगह लिखता है कि (J&K) उसकी जिंदगी में प्यार 0%, तनाव 90%, दुख 100% और फेक स्माइल 100% है। डायरी के एक अन्य पेज में उसने लिखा, ‘डियर डेथ, कृपया मेरे जीवन में आओ। मैं हमेशा से तुम्हारा इंतजार कर रहा हूं।’ आरोपी ने इसमें शायरियां भी लिखी हैं। इन शायरियों में उसने अपनी जिंदगी को खत्म करने का संकेत दिए हैं। वह लिखता है, ‘हम डूबते हैं, डूबने दो… हम मरते हैं, तो मरने दो… पर अब कोई झूठापन मत दिखाओ।’
केचप की टूटी हुई बोतल का इस्तेमाल
अधिकारियों ने बताया कि लोहिया सोमवार रात जम्मू के बाहरी इलाके में अपने घर पर मृत मिले थे। उनके शरीर पर जलने के घाव थे और उनका गला रेता गया था। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (जम्मू क्षेत्र) मुकेश सिंह ने बताया कि लोहिया 1992 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी थे। घटना स्थल की प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि लोहिया ने अपने पैर में तेल लगाया होगा, जिनमें सूजन दिखाई दे रही थी। उन्होंने कहा कि हत्यारे ने लोहिया का गला काटने के लिए ‘केचप’ की टूटी हुई बोतल का इस्तेमाल किया और बाद में शव जलाने की भी कोशिश की।
6 महीने से काम कर रहा था आरोपी
एडीजीपी ने कहा कि अधिकारी के आवास पर मौजूद चौकीदारों (J&K) ने उनके कमरे के अंदर आग लगी हुई देखी। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था, जिसे तोड़ना पड़ा। एडीजीपी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारी के निधन गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि घटना स्थल से एकत्र किए गए सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध आरोपी को अपराध के बाद भागते हुए देखा गया। लोहर करीब 6 महीने से इस घर में काम कर रहा था। जांच में पता चला कि वह काफी उग्र मिजाज का व्यक्ति था और अवसाद में भी था।