जगदलपुर/नवप्रदेश। Jhiram ka Jakhm : झीरम घाटी शहीदी दिवस पर आज मुख्यमंत्री ने हमले में मारे गये कांग्रेस नेता और सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जगदलपुर से झीरम घाटी शहीद मेमोरियल से आनलाइन वर्चुअल रूप से शहीद परिवार से जुड़े और उनके दर्द को साझा किया।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान हमले (Jhiram ka Jakhm) का शिकार हुए सुरक्षा बलों के परिजनों और नेताओं के परिवारवालों से बातचीत करते हुए कहा कि दुख की घड़ी में सरकार हमेशा उनके साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा 25 मई को आज से ठीक 9 साल पहले बस्तर के झीरम में नक्सली हमले में कांग्रेस ने अनेक सीनियर नेताओं व जवानों सहित 32 लोगों को खो दिया।
झीरम घाटी शहीद स्मारक का लोकार्पण
उन्होंने आगे कहा कि, उन 32 शहीदों में कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, वरिष्ठ नेता विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा, उदय मुदलियार, योगेंद्र शर्मा जैसे अनेक लोगों के नाम शामिल हैं। बहुत से कार्यकर्ता, जवान और आम लोग भी उस हमले में शहीद हो गए थे। झीरम घाटी की हृदयविदारक घटना में शहीदों को नमन करता हूं। झीरम के शहीदों को नमन करते हुए मैं जगदलपुर में बनाए गए झीरम घाटी शहीद स्मारक को लोकार्पित कर रहा हूं। परिवर्तन के लिए निकले थे पहले पंक्ति के जन नायक। वो पूरे प्रदेश, किसानों, युवाओं, छात्रों, बच्चों, महिलाओं के जीवन में परिवर्तन चाहते थे, आज वे हमारे बीच नहीं, पर उनका मार्गदर्शन सदैव बना हुआ है।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन (Jhiram ka Jakhm) में आ्रगे कहा कि, आज छत्तीसगढ़ में हर किसी के साथ न्याय हो रहा है, आज हमारे नेता होते तो बहुत खुश होते, वो जहां भी होंगे आज हम सभी को आशीष दे रहे होंगे। सरकार शहीद परिवारों के सुख दुख में हम सभी साथ हैं। हम सभी शहीदों के परिवारों के साथ परिवार की तरह जुड़े हुए हैं।