जेहादीस्तान बन चुके आतंकिस्तान का अब मिलिट्रीस्तान बनना तय हो गया है। वैसे भी वहां सरकार चाहे किसी भी ऐरे गैरे नत्थू खैरे की रही हो सत्ता आतंकिस्तानी सेना के हाथों में ही रही है।
इमरान खान भी सेना की कठपुतली हैं, जो अपनी नौटंकी से आतंकिस्तान की इस कदर फजीहत करा चुके हैं कि उनका देश मजाकीस्तान बन कर रह गया है। अब वहां के सेना प्रमुख कमर बाजवा ने इमरान खान की बजाने और खुद की ताजपोशी कराने के लिए कमर कस ली है। मतलब इमरान उर्फ तालिबान खान कभी भी तेल लेने जा सकता है।