Jasprit Bumrah’s brain is made of steel: वेस्ट इंडीज में शनिवार की रात को टी20 विश्व कप में असाधारण, अद्भुत, अप्रतिम और शहद जैसी मीठी जीत के बाद क्रिकेट समीक्षक पूछ रहे हैं कि क्या जसप्रीत बुमराह के दिमाग में तरल स्टील दौड़ता है? जसप्रीत ने इस विश्व कप में 8.26 की एवरेज से 15 विकेट लिए हैं। बताने की जरूरत नहीं कि ये सारे विकेट नाज़ुक और अहम मौकों पर लिए गए हैं, जब मैच फँसे हुए थे और पराजय सामने खड़ी थी।
याद करें जब न्यूयॉर्क की नटखट पिच पर पाकिस्तान जीत की तरफ़ बढ़ रहा था, तब जसप्रीत ने रिजवान और इफ़्तेख़ार के विकेट लेकर एक हैरतअंगेज विजय भारत की झोली में डाल दी थी। पाकिस्तान वाले आज तक हैरान हैं कि आखिऱ कौन से जादू के जरिए भारत ऐसा कर पाया।
याद करें ऑस्ट्रेलिया के खि़लाफ़ खेला गया मैच, जब ट्रैविस हेड एक बार फिर भारत की जीत का रास्ता रोके खड़ा था। तब जसप्रीत ने एक बार फिर मैच विनिंग सटीक डिलीवरी डाली, जिसे हेड संभाल नहीं पाया और गेंद आसमान की तरफ़ खड़ी हो गई। बाक़ी का काम रोहित शर्मा ने किया और भारत ने पिछले साल की पराजय का हिसाब चुकता कर दिया।
फाइनल मुकाबले में बुमराह (Jasprit Bumrah’s brain is made of steel) आखिऱी के ओवरों में किस तरह से जीत छीनकर ले आया, इसे दोहराने की जरूरत नहीं है।
बुमराह की गेंदबाज़ी का इकॉनमी रेट पर ओवर सिर्फ 4.17 का था। यह एक आश्चर्यजनक और अभूतपूर्व इकॉनमी रेट है। टी20 विश्व कप के इतिहास का यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। विश्व क्रिकेट के अधिकांश क्रिकेट समीक्षकों और खिलाडिय़ों की एक ही राय है कि ऐसी किफ़ायती और विध्वंसक गेंदबाजी उन्होंने टी20 विश्व कप के इतिहास में पहले कभी नहीं देखी।
यह प्रदर्शन आया, जब इस विश्व कप में एक से बढ़कर एक खूँखार हिटर उसके सामने थे। इसीलिए उसे प्रतियोगिता का सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर चुना गया। जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah’s brain is made of steel) को जब प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का अवार्ड दिया जा रहा था, तब उनकी आँखों में चाँद छू लेने की चमक साफ़ नजऱ आ रही थी, जैसा कि ख़ुद उन्होंने कहा।
इसी वजह से इंग्लैंड के प्रख्यात भूतपूर्व अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर माइकल वान उसे व्हाइट बॉल क्रिकेट का सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज बता रहे हैं। उनके अलावा भी दुनियाभर के क्रिकेटर और समीक्षक उसकी गेंदबाजी पर फि़दा होकर उसकी तारीफ़ में कसीदे पढ़ रहे हैं। उसके अंदर जो स्टील जैसी मजबूत मानसिक बुनावट है, वह उसकी सबसे बड़ी खूबी है।
मैच के हालात चाहे जैसे हों, दबाव चाहे जितना हो, उसकी गेंदबाजी में कोई फ़कऱ् नहीं पड़ता। उसका अंदाज़ और उसकी सटीकता हर वक़्त वैसी की वैसी ही रहती है।
जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah’s brain is made of steel) और उसके साथी खिलाडिय़ों ने हमें जो बेइंतिहा खुशी दी है, उसकी तुलना किसी से नहीं की जा सकती। रोहित शर्मा-विराट कोहली की जोड़ी अब टी20 क्रिकेट में नजऱ नहीं आएगी, मगर ये दोनों महान क्रिकेटर हमारे युवा क्रिकेटरों का मानसिक स्तर हिमालय से ऊँचा करके जा रहे हैं।
यह विजय अद्वितीय कही जाएगी। इस जीत ने न केवल आईसीसी ट्रॉफी की हमारी सूखती आस को हरा भरा किया है, वरन भावी ट्रॉफियों की आधारशिला भी रख दी है। भारतीय टीम ने बता दिया है कि वह व्हाइट बॉल क्रिकेट की सर्वश्रेष्ठ और सर्वशक्तिमान टीम है।
भारतीय टीम ने दुनियाभर की ताकतवर टीमों को यह भी जता दिया है कि वह आईसीसी ट्रॉफ़ी न जीत पाने की मानसिक बाधा से उबर चुकी है और अब उसे रोकना किसी भी टीम के लिए नामुमकिन की हद तक मुश्किल हो सकता है। हमें यहाँ दक्षिण अफ्रीकी टीम की फाइटिंग स्पिरिट की तारीफ़ करने से कतई परहेज नहीं करना चाहिए।
आमतौर पर दक्षिण अफ्रीकियों को चोकर्स का खिताब दिया जाता है, जो हर बार नॉकआउट स्टेज में चोक हो जाती है। हालाँकि इस बार भी दक्षिण अफ्रीका की टीम ऐन मौके पर फिसली है, मगर उसे चोकर नहीं कहा जा सकता है।
इस बार दक्षिण अफ्रीकियों ने बेहतरीन क्रिकेट खेलते हुए भारत से बड़े ही नज़दीकी मुकाबले में फाइनल हारा है।
इस बार के विश्वकप में एक और दिलचस्प बात नजऱ आई। पाकिस्तान के क्रिकेट चहेतों ने भारत की जमकर तारीफ़ की है और एक तरह से जश्न भी मनाया है।
पाकिस्तानी मीडिया और पाकिस्तान के पूर्व अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटरों ने भी भारतीय टीम की बड़ें ही खूबसूरत लफ्ज़़ों में सराहना की है। विराट कोहली को तो वैसे ही पाकिस्तानी खेलप्रेमी क्रिकेट का ख़ुदा मानते हैं। विराट की लोकप्रियता और क्रेज़ इस तरह है कि पाकिस्तानह्यह्यी उनका दर्जा अपने अभी क्रिकेटरों से ऊपर मानते हैं।
शुरू के कुछ सालों तक बाबर आजम के कुछ प्रशंसकों ने उसे विराट के बराबर रखने की कोशिश की, मगर जल्दी ही उन्हें समझ में आ गया कि बाबर आजम पाकिस्तानी विकेटों पर तो जमकर रन बनाते हैं, पर पाकिस्तान से बाहर आते ही उनकी कमजोरी खुलकर सामने आ जाती है।
अब विराट के साथ जसप्रीत बुमराह का नाम भी जुड़ गया है। पाकिस्तान का मीडिया और उनके क्रिकेट समीक्षक जसप्रीत की खुलकर तारीफ कर रहे हैं। इंजमाम उल हक के बयानों ने कुछ कड़वाहट जरूर पैदा की है, जब उन्होंने अर्शदीप पर बॉल टेंपरिंग का इल्ज़ाम लगा दिया था।
दरअसल अर्शदीप हर मैच में विकेट ले रहा था। उसे रिवर्स स्विंग भी मिल रही थी। इंजमाम का तर्क था कि जब पाकिस्तान के मशहूर तेज गेंदबाज अमेरिका में रिवर्स स्विंग नहीं करवा पा रहे थे, तब कल का नौजवान लड़का ऐसा करने में कामयाब कैसे हो रहा था। इंजमाम को याद रखना चाहिए कि आजकल क्रिकेट मैदान में बीस तीस कैमरे लगे होते हैं।
मैदान में घास का एक तिनका भी कैमरे की आँख से नहीं बच पाता, तब अर्शदीप का बॉल को टेंपर करना कैसे ओझल हो सकता है। दरअसल यह अर्शदीप की काबलियत है, जो वह इस नौजवानी में रिवर्स स्विंग करने में कामयाब हो पा रहा है। इस बयान को छोड़ दिया जाए तो पाकिस्तान के क्रिकेट प्रेमी जिस तरह से भारत की जीत से खुश हैं, वह एक अच्छा संकेत है।