रायपुर/नवप्रदेश। Jan Adhikar Rally : आरक्षण को लेकर कांग्रेस की जन अधिकार रैली साल की शुरुआत में बड़ा राजनीतिक आंदोलन है। रायपुर के साइंस कालेज मैदान में आयोजित इस रैली में प्रदेश कांग्रेस की प्रभारी कुमारी शैलजा और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल साइंस कॉलेज ग्राउंड पहुंचे। मैदान में विशाल मंच बनाया गया है। मंत्री सिंहदेव समेत कांग्रेस के तमाम विधायक जन अधिकारी महा रैली में शामिल हुए हैं। 2 दिसंबर को विधानसभा से आरक्षण विधेयक राजभवन भेजा गया था, अब तक राज्यपाल ने हस्ताक्षर नहीं किए हैं, इसी का विरोध जताने कांग्रेस ने जन अधिकार रैली आयोजित की है।
संवैधानिक अधिकारों के हनन की कही बात
छत्तीसगढ़ कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा रायपुर एयरपोर्ट (Jan Adhikar Rally) पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने प्रदेश में संवैधानिक अधिकारों के हनन की बात कही। कुमारी शैलजा ने कहा- छत्तीसगढ़ में जिस प्रकार, संवैधानिक रूप से निर्वाचित विधानसभा के अधिकारों का हनन हो रहा है, यहां के लोगों को उनके अधिकारों से वंचित रखा जा रहा है, उसके खिलाफ छत्तीसगढ़ के लोगों में बड़ी प्रतिक्रिया है ।
शैलजा ने कहा इन्हीं बातों को लेकर आज बड़ी रैली होने जा रही है। आरक्षण के मामले में लोगों तक सही बात पहुंचना बहुत जरूरी है। ये हमारा कर्तव्य है। लोगों तक बात पहुंचाई जाएगी। विधेयक को कानून बनाने में कैसे अड़चन पैदा की जा रही है। सर्वसम्मति से कोई विधेयक आए और उसके बाद ऐसी अड़चन पैदा करना यहां के लोगों के अधिकारों के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
भाजपा को 15 से 0 सीट में लाना है
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने इस रैली में आरक्षण के मसले पर बोलते हुए कहा- भाजपा की वजह से राजभवन में आरक्षण विधेयक अटक गया है। भाजपा की वजह से लोगों का अधिकार उन्हें नहीं मिल रहा है। मरकाम ने कहा कि भाजपा को 15 सीट से अब 0 सीट पर लाना है। भाजपा ने बस्तर में आग भड़काने का काम किया है, भाई से भाई को लड़ाने का काम किया है।
भाजपा ने बता दिया नाटक
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी (Jan Adhikar Rally) एवं अमित साहू ने संयुक्त बयान में कहा कि कांग्रेस यहां सरकार में है और राजभवन के खिलाफ रैली कर रही है। कांग्रेसी भूल गए हैं कि वे सत्ता में है। उन्हें चाहिए कि सारे तथ्य सदन में रखकर वह सभी वर्गों को उनकी संख्या के अनुपात में आरक्षण दें। क्या कांग्रेस को चार साल बाद भी ऐसा लगता है कि वह विपक्ष में है? ऐसा करके वे संवैधानिक स्थिति को संकट में डाल रहे हैं। कांग्रेस को समझना चाहिए कि उसकी रैली से वनवासी समाज अलग है, सतनामी समाज अलग है, आर्थिक रूप से पिछड़ा समाज अलग है तो उनके साथ है कौन? भाजपा नेताओं ने कांग्रेस की रैली को नौटंकी बता दिया।