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जैतखाम मामलाः बलौदाबाजार हिंसा की जांच में पहुंची फोरेंसिक टीम

Jaitkham case: Forensic team reached to investigate Balodabazar violence

BalodaBazar jaitkham case

डिप्टी सीएम सहित तीन मंत्रियों ने लिया घटना स्थल का जायजा

उपद्रवियों ने 75 बाइक, 20 कार और 2 दमकल वाहनों में आग लगा दी

बलौदाबाजार/नवप्रदेश। BalodaBazar jaitkham case: प्रदेश के बलौदाबाजार जिले में जैतखाम विवाद ने पूरे छत्तीसगढ़ को हिला कर रख दिया है। शासन-प्रशासन को भान नहीं था कि नाराज लोग इतनी बड़ी गलती कर बैठेंगे। सतनामी समाज के हिंसक प्रदर्शन ने भयानक रूप ले लिया। आगजनी में जिला कार्यालय के अनेक भागों में आग लगा दी गई। साथ ही वहां रखी सौकड़ों गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई।

बलौदाबाजार कलेक्टोरेट और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में हुई आगजनी की घटना मामले की गंभीरता को देखते हुए आज रायपुर से पांच सदस्यीय फोरेंसिक टीम बलौदाबाजार पहुंची, जो अलग-अलग एंगल से घटना की जांच कर रिपोर्ट तैयार करेगी। घटना दिन सोमवार की रात उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, खाद्य मंत्री दयालदास बघेल सहित अन्य जनप्रतिनिधि कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर पूरी घटना की जानकारी ली थी।

इस हिंसा के कारण में पुलिस के मुताबिक 15 मई की देर रात को सतनामी समाज (Baloda Bazar jaitkham case) के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से 5 किलोमीटर दूर मानाकोनी बस्ती के बाघिन गुफा में लगे जैतखाम को अज्ञात लोगों ने क्षतिग्रस्त कर दिया। उस घटना से नाराज समाज के हजारों लोग कलेक्ट्रेट के पास दशहरा मैदान में कई दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे।

इससे पहले घटना में शामिल पुलिस जांच में 3 लोगों को दोषी पाया गयाा था उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन समाज का कहना है कि गिरफ्तार लोग असली आरोपी नहीं हैं। आरोप लगाया कि पुलिस दोषियों को बचा रही है। इसी बात को लेकर समाज के लोगों का गुस्सा सोमवार को फूट पड़ा और इस तरह प्रदर्शन हिंसक रूप ले लिया।

…ये भी कर रहे शंका जाहिर

मामले में ये भी माना जा रहा है‍ कि उपद्रवी दूसरे लोग हैं, जो उनके बीच शामिल होकर इस तरह की घटना को अंजाम दिया गया है। इस पर शंका डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने भी जाहिर की है। (Baloda Bazar jaitkham case) सोमवार को हुए प्रदर्शन के दौरान उग्र हुए लोग हिंसक रूप धारण कर लिया और हालात बिगड़ गई। जांच में पता चला कि उपद्रवियों ने 75 बाइक, 20 कार और 2 दमकल वाहनों में आग लगा दी। कलेक्ट्रेट में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ के बाद कलेक्ट्रेट भवन में भी आग लगा दी गई। इस आगजनी में विभागों के अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज जल गए।

पुलिस जवान हुए घायल, एक अपोलो में भर्ती

जिला कार्यालय में अंदर आने से रोकने के लिए बैरिकेट्स लगाए गए थे। नारेबाजी व प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प शुरू हुई और फिर लोग गुस्से में सुरक्षा जवानों पर ही हमला बोल दिया जिससे दर्जनों पुलिसकर्मी घायल हो गए। एक पुलिसकर्मी की हालत ज्यादा गंभीर है, जिसका बिलासपुर अपोलो अस्पताल में इलाज चल रहा है।

फोरेंसिक टीम की जांच

आज रायपुर से पांच सदस्यीय फोरेंसिक टीम बलौदा बाजार पहुंची है और घटना की जांच में जुट गई है. टीम ने आगजनी और तोड़फोड़ के सभी स्थानों का निरीक्षण किया और साक्ष्य एकत्र किए. अधिकारियों का कहना है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी.

मंत्री पहुंचे मौके पर

घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, खाद्य मंत्री दयालदास बघेल समेत अन्य जनप्रतिनिधि रात में ही कलेक्टर कार्यालय पहुंचे. उन्होंने अधिकारियों से पूरी घटना की जानकारी ली और स्थिति का जायजा लिया. उपमुख्यमंत्री ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया और समाज से शांति बनाए रखने की अपील की.

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