जगदलपुर । छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास एवं आत्म समर्पण नीति से प्रभावित, पुलिस द्वारा चलाये गये नक्सल विरोधी अभियान से दबाव में आकर, समाज की मुख्य धारा में शामिल होने की इच्छा, आंध्रप्रदेश के बड़े नक्सली लीडरों की प्रताडऩा एवं भेदभाव से प्रताडि़त होकर दो सक्रिय नक्सलियों ने सुकमा जिला पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पित सभी माओवादी जनमिलिशिया सदस्य हैं और छत्तीसगढ़ के मूल निवासी हैं। बस्तर आईजी विवेकानंद सिंहा ने बताया कि बस्तर रेंज में लगातार चल रहे नक्सल विरोधी अभियान से नक्सली संगठन पर भारी दबाव बना हुआ है, वहीं सरकार की आकर्षक पुनर्वास एवं आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर समाज की मुख्यधारा में जुडऩे हेतु दो नक्सलियों स्कूल का शिक्षक माड़वी सुक्का व जनमिलिशिया सदस्य मांडवी भीमा जो की नक्सलियों के लिए सक्रिय रूप से कई बड़े नक्सली लीडरों के साथ पिछले पांच वर्षों से काम कर रहे थे, दोनों ने आत्मसमर्पण किया है। उपरोक्त नक्सलियों के विरूद्ध विभिन्न धाराओं की अपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।