नई दिल्ली, नवप्रदेश। आईपीएस की नौकरी इतनी आसान नहीं होती। कई बार एक आईपीएस अपनी जान पर खेलकर दुश्मनों का सामना करना पड़ता है। देश में कई ऐसी महिला आईपीएस अधिकारी हैं, जिनसे अपराधी थर-थर कांपते हैं। ऐसी ही लेडी ‘सुपरकॉप’ हैं महाराष्ट्र कैडर की आईपीएस मीरा बोरवणकर।
उनसे अंडरवर्ल्ड डॉन तक खौफ खाते (Success Story) थे। कहा जाता है कि बॉलीवुड एक्ट्रेस रानी मुखर्जी अभिनीत फिल्म ‘मर्दानी’ काफी हद तक आईपीएस मीरा बोरवांकर की लाइफ से इंस्पायर है। आइए जानते हैं इस दबंग आईपीएस की कहानी।
लेडी सुपर कॉप मीरा बोरवांकर मूलत: पंजाब के फजिल्का जिले की रहने वाली हैं। 1981 बैच की आईपीएस बीरा बोरवांकर महाराष्ट्र कैडर ही नहीं, देश भर की सबसे जांबाज पुलिस आधिकारियों में से एक हैं। वह महाराष्ट्र पुलिस के उन अधिकारियों में से एक हैं जिन्हें मुंबई को अंडरवर्ल्ड का सफाया करने का श्रेय दिया जाता है।
मीरा बोरवांकर के पिता ओपी चड्ढा बीएसएफ में थे। उनकी पोस्टिंग फजिल्का थी। इसलिए मीरा ने भी मैट्रिक तक की पढ़ाई फजिल्का से ही पूरी की है। साल 1971 पिता का तबादला जालंधर हो गया तो उन्होंने आगे की पढ़ाई जालंधर से की। पुलिस सेवा में आने के लिए मीरा बोरवांकर की प्रेरणा देश की पहली महिला आईपीएस किरण बेदी रही (Success Story) हैं।
आईपीएस मीरा बोरवांकर ने महाराष्ट्र के कई बड़े शहरों में विभिन्न पदों पर जिम्मेदारियां निभाई। जिसमें मुंबई सबसे महत्वपूर्ण रहा। मुंबई को माफियाओं के चंगुल से मुक्त कराने में उनकी अहम भूमिका रही है। उन्होंने अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम और छोटा राजन गैंग के कई अपराधियों को जेल भेजा। माफियाओं पर उनके क्रैकडाउन से अंल्डरवर्ल्ड खौफ खाता (Success Story) था।
आईपीएस मीरा बोरवांकर की ही देखरेख में मुंबई में 26/11 हमलों के एक मात्र गुनहगार अजमल कसाब और 1993 में मुंबई में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के दोषी याकूब मेनन को फांसी की सजा दी गई थी। वह महाराष्ट्र राज्य सीआईडी की अपराध शाखा में भी काम कर चुकी हैं।
आईपीएस मीरा बोरवांकर का नाम पहली बार सुर्खी में 1994 में आया, जब उन्होंने जलगांव में एक बड़े सेक्स स्कैंडल का भंडाफोड़ किया। इसमें पता चला था कि स्कूली छात्राओं से कॉलेज गर्ल्स तक को देह व्यापार में धकेलने की बात सामने आई थी। यह घटना कई दिनों तक देश में भर में चर्चा का विषय बनी रही थी।
लेडी सुपर कॉप मीरा बोरवांकर मूलत: पंजाब के फजिल्का जिले की रहने वाली हैं। 1981 बैच की आईपीएस बीरा बोरवांकर महाराष्ट्र कैडर ही नहीं, देश भर की सबसे जांबाज पुलिस आधिकारियों में से एक हैं। वह महाराष्ट्र पुलिस के उन अधिकारियों में से एक हैं जिन्हें मुंबई को अंडरवर्ल्ड का सफाया करने का श्रेय दिया जाता है।