नई दिल्ली, नवप्रदेश। आईपीएल में एक बार फि र फि क्सिंग का मामला सामने आया है। रॉयल चैलेंजर बैंगलोर के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि एक अज्ञात शख्स ने उनसे संपर्क किया था और उनसे अपनी टीम की अंदरूनी जानकारी शेयर करने को कहा था।
इस सबके बदले उस शख्स ने सिराज को बड़ी रकम देने की बात की थी। हालांकि सिराज ने इसकी सूचना बीसीसीआई की एंटी करप्शन यूनिट को दे दी (IPL Match Fixing) है। दरअसल, बीसीसीआई ने एक कठोर आचार संहिता बनाई है।
जिसके मुताबिक यदि कोई खिलाड़ी या अधिकारी सटोरियों द्वारा संपर्क करने पर उसकी सूचना बीसीसीआई को नहीं देता है तो बोर्ड उस पर सख्त कार्रवाई कर सकता है।
सिराज की तरफ से सूचना मिलने के बाद बीसीसीआई की एंटी करप्शन यूनिट हरकत में आई और तेज जांच शुरू कर उस शख्स को गिरफ्तार कर लिया। बीसीसीआई के एक सदस्य ने बताया कि, जिस व्यक्ति ने सिराज से संपर्क किया वो कोई बुकी नहीं बल्कि हैदराबाद का एक टैक्सी ड्राइवर था, जो कि सट्टा लगाने का आदि था।
अधिकारी के मुताबिक, उस व्यक्ति ने सट्टेबाजी में अपना काफी सारा पैसा गंवा दिया था। जिस वजह से उसने टीम के अंदर की जानकारी पाने के लिए सिराज से संपर्क किया(IPL Match Fixing) था।
जिसके जानकारी सिराज ने तुरंत हमारी एंटी करप्शन यूनिट से साझा की। अधिकारी ने बताया कि कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने उस ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। आगे की जानकारी का इंतजार है।
2013 में सामने आया था फिक्सिंग : बता दें कि साल 2013 के आईपीएल सीजन में फि क्सिंग के मामले सामने आने के बाद बीसीसीआई काफी सतर्क हो गई थी। जिसके बाद बोर्ड ने अपनी एंटी करप्शन यूनिट का एक अधिकारी लीग की हर टीम के साथ नियुक्त कर दिया था। यह अधिकारी टीम के साथ उनके होटल में रुकता है।
साथ ही खिलाड़ी की हर गतिविधि पर नजर रखता (IPL Match Fixing) है। सभी टीमों के प्रत्येक खिलाड़ी को सटोरियों द्वारा संपर्क साधने की जानकारी इस अधिकारी के साथ साझा करनी पड़ती है।
यदि वो ऐसा नहीं करते हैं तो उन पर सख्त एक्शन लिया जाता है। साल 2021 के सीजन में बांग्लादेश के कप्तान शाकिब उल हसन ऐसी ही जानकारी साझा करने से चूक गए थे। जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था।