-बिना विभागीय अनुमति के विदेश यात्रा की पड़ताल शुरू, पूरे सेवाकाल में उपस्थिति और गैर हाजिर की हो रही जांच
-विभाग को दी चल और अचल संपत्ति की गलत जानकारी
पलाश तिवारी
रायपुर/नवप्रदेश। Babu Madan Vishwakarma of DHS: डायरेक्टर हेल्थ सर्विसेस यानी डीएचएस में लंबे समय से बजट शाखा को हाईजेक कर तबादला नीति को मुंह चिढ़ाते सहायक अधीक्षकों और बाबू संवर्ग की अब खैर नहीं। स्वास्थ्य मंत्री छत्तीसगढ़ शासन श्याम बिहारी जायसवाल एक्शन मोड में हैं। प्रदेश के सबसे अत्यावश्यक सेवाओं में शुमार स्वास्थ्य विभाग से लेकर संचालनालय स्वास्थ्य सेवा में बजट शाखा समेत अन्य सेक्शन को अनियमितता का अड्डा बनाने वाले अफसर कर्मचारियों की फाइल बन चुकी है।
डीएचएस के सबसे चर्चित और विवादों में घिरे बाबू मदन विश्वकर्मा (Babu Madan Vishwakarma of DHS) समेत लंबे समय से पदस्थ लोगों का पूरा बही खाता मंत्री जायसवाल ने तलब जांच शुरू करवा दी है। इस पूरे मामले का दैनिक नवप्रदेश ने महकमे के एक विवादित बिना अनुमति विदेश यात्रा करने वाले बजट शाखा में लंबे समय से जमे मदन विश्वकर्मा की खबरें प्रमुखता से प्रकाशित की थी। स्वास्थ्य मंत्री ने भी दैनिक नवप्रदेश को इस संबंध में फाइल मंगवाने और सख्त कार्रवाई का संकेत दिया था।
अचल संपत्ति की जांच के भी आदेश
विभागीय जानकारी के अनुसार मदन विश्वकर्मा समेत अन्य अफसरों द्वारा बजट शाखा में रहते हुए अर्जित चल और अचल संपत्ति की विधिवत विभागीय जानकारी की बारीकी से जांच के आदेश स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल द्वारा दिए जा चुके हैं। बता दें शासकीय सेवकों को अपनी और पत्नी समेत आश्रित परिजनों की संपत्ति का ब्यौरा देना अवश्यक है। लेकिन बजट शाखा में रहते हुए क्रय की गई करोड़ों की संपत्ति का भी बिंदु जांच में शामिल हैं।
बाबू संवर्ग मदन का मामला विस सत्र में भी उठ चुका है
बजट शाखा में रहते हुए विभाग से बिना अनुमति के दो बार सऊदी अरब समेत 6 देशों की विदेश यात्रा करने वाले फॉरेन रिटर्न बाबू संवर्ग मदन विश्वकर्मा (Babu Madan Vishwakarma of DHS) का मामला विधानसभा सत्र में भी उठ चुका है। बावजूद इसके डीएचएस के तत्कालीन अधिकारियों का भी वरदहस्त प्राप्त होने की चर्चा है। सूत्रों के मुताबिक डीएचएस में बायोमीट्रिक मशीन से उपस्थिति दर्ज होती है। मदन विश्वकर्मा की सेवाकाल के दौरान उपस्थिति की पड़ताल भी शुरू की जा चुकी है। साथ ही विदेश यात्रा किस मद और किसकी अनुमति से या बजट शाखा में पदस्थ रहते हुए किसी ठेकेदार द्वारा प्रायोजित यात्रा तो नहीं थी, इसकी भी जांच की जा रही है।
फर्जी हकदार से रजिस्ट्री कराने का मामला
वहीं आरंग के पास करोड़ों की जमीन को कौडिय़ों के दाम फर्जी हकदार से रजिस्ट्री करवाकर छल करते हुए खरीदने का मामला भी इस हाई प्रोफाइल बाबू के नाम से गरमाया हुआ है, जहां इस ने अपनी पत्नी के नाम से इस जमीन को खरीद रखा है लेकिन इसकी जानकारी विभाग को अब तक नहीं दी गई है। फिलहाल स्वास्थ मंत्री ने वीआईपी बाबू विश्वकर्मा से सम्बंधित सभी मामलों की फाइलों को तालाब कर जांच शुरू करवा दी है साथ ही गलत पाए जाने पर कड़ी करवाई किए जाने के निर्देश भी दिए हैं।