अल्का लांबा बोलीं- कैसे असम में न्याय यात्रा को रोकने का प्रयास किया, न्याय यात्रा में महिलाओं की होगी सक्रिय भागीदारी
रायपुर/नवप्रदेश। Indian National Mahila Congress : भारतीय राष्ट्रीय महिला कांग्रेस अध्यक्ष अल्का ने कहा- न्याय का हक मिलने तक जारी रहेगी भारत जोड़ो न्याय यात्रा। उन्होंने आज पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान किस प्रकार असम के मुख्यमंत्री ने प्रशासन का दुरुपयोग करते हुए राहुल गांधी की न्याय यात्रा को रोकने का प्रयास किया, कॉलेज के अंदर नहीं जाने दिया। मंदिर के भीतर प्रवेश नही करने दिया। जिसकी शुरुआत मणिपुर से 14 जनवरी को हुई है।
छत्तीसगढ़ के लगभग 7 जिलों से होकर, 536 किमी की दूरी 5 दिन में तय करेगी, जिसमें महिला कांग्रेस की सक्रिय भूमिका होगी। उन्होंने बताया कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा के पांच स्तंभ – युवा, भागीदारी, नारी, किसान एवं श्रमिक न्याय है और न्याय का हक मिलने तक का नारा लेकर यह यात्रा निरंतर चल रही है, क्योंकि इन पांच स्तंभों के साथ केंद्र की मोदी सरकार ने केवल अन्याय किया है। 10 साल के बाद 33 प्रतिशत महिला आरक्षण का विधेयक पारित होने के बाद भी महिलाओं को न्याय नहीं मिला है, अन्यथा 2024 के चुनाव के बाद 180 बहनें संसद के भीतर होती।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाले प्रधानमंत्री के नाक के नीचे उनके निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी में एक नाबालिग बच्ची के साथ बीजेपी के आईटी सेल के सदस्य रेप करते हैं और रेप के बाद मध्यप्रदेश में भाजपा नेताओं के संरक्षण में भाजपा के पक्ष में वोट मांगते है और प्रचार करते है। इसी प्रकार चाहे साक्षी मलिक हो, चाहे गुजरात में बिलकिस बानो हो महिलाओं को न्याय नहीं मिला हैं। आज बेरोजगारी, महंगाई, गिरती हुई अर्थव्यवस्था, चीन से सरहद पर विवाद जनता के सामने है और जनता हताश है।
जहां तक लोकतंत्र की बात है देश के इतिहास में पहली बार 150 सांसदों को निलंबित करना और तत्पश्चात अपने मनमर्जी मुताबिक विधेयकों का पारित होना यह दर्शाता है कि यह सरकार लोकतंत्र पर विश्वास नहीं करती। लोकतंत्र की इसी आवाज को बुलंद करने के लिए भारत जोड़ो न्याय यात्रा जारी है। 38 दलों के एनडीए गठबंधन में केवल तानाशाही चल रही है, ना कोई संवाद है, ना कोई बैठक है केवल ईडी, आईटी, सीबीआई का दुरूपयोग कर विपक्ष की आवाज को दबाना है।
प्रधानमंत्री और एनडीए यह नहीं बताते की महाराष्ट्र में किस तरीके से उनकी सीटों का बंटवारा होगा, हरियाणा में किस तरीके से सीटों का बंटवारा होगा, पंजाब में अकाली दल के साथ क्या होगा और तमिलनाडु में एआईएडीएमके के साथ क्या होगा। जहां तक इंडिया एलाइंस की बात है, जिन राज्यों में और दलों से, चर्चायें हो चुकी है वहां जल्द प्रत्याशियों की घोषणा की जाएगी। देश की सबसे पुरानी कांग्रेस पार्टी और इंडिया एलायंस के 28 दल मिलकर लोकसभा में अच्छा प्रदर्शन करेंगे और जनता को न्याय दिलाएंगे।