-छत्तीसगढ़ राज्य की नवीन औद्योगिक नीति से उद्योगों को मिल रहा बढ़ावा
रायपुर/नवप्रदेश। भारत सरकार (Indian government) के वित्त और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय (MFCI) द्वारा संयुक्त रुप से इज ऑफ डूइंग (Is of doing) में राज्यों की रैंकिंग जारी (Ranking of states continues) की गई । ईज आफ़ डूइंग बिजनेस मामले में छत्तीसगढ़ राज्य ने देश में छठवां (Chhattisgarh state ranked eighth in the country) स्थान हासिल किया है।
कोरोना संकट के बावजूद छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था बेहतर
कोरोना संकट के बावजूद भी छत्तीसगढ़ राज्य ने वर्ष 2018 के अपने स्थान को बरकरार रखने में सफल रहा है । यह रैंकिंग देश में कारोबारी माहौल को और बेहतर बनाने की दिशा में बिजनेस सुधार के कार्यों की योजना को लागू करने के आधार पर जारी की गई है। जिसमें टॉप पर आंध्रप्रदेश है।
पड़ोसी राज्यों से बेहतर हुई छत्तीसगढ़ की रैंकिंग
पिछली बार यह रैंकिंग 2018 में जारी की गई थी। मंत्रालय द्वारा जारी रैंकिंग में उत्तर प्रदेश को दूसरा, तेलंगाना को तीसरा, मध्य प्रदेश को चौथा, झारखंड को पांचवां स्थान मिला है। छत्तीसगढ़ ने छठवां स्थान हासिल किया है। हिमाचल प्रदेश को सातवां, राजस्थान को आठवां, पश्चिम बंगाल को नौवां और गुजरात को दसवां स्थान मिला है।
इन्वेस्टर्स को मिल रही राज्य में बेहतर सुविधाएं
यहां यह उल्लेखनीय है कि इज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग में व्यापार करने की शैली और शर्तों को शामिल किया जाता है। इसका उद्देश्य घर बैठे इन्वेस्टर्स को सुविधाएं देना है, ताकि वे नया कारोबार शुरू कर सकें। रैंकिंग में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन, समय- सीमा के अंदर काम को पूरा करना, औद्योगिक विवादों का निराकरण आदि बिंदुओं को शामिल किया जाता है।
उद्योगों को बढ़ावा देने बनाई नई नीतियां
यह रैंकिंग विश्व बैंक के द्वारा सर्वे के बाद दी जाती है। इस रैंकिंग को कारोबारी और निवेश जगत में बहुत अहम माना जाता है। इसके आधार पर ही निवेशक अपने निवेश की नीतियां और निर्णय तय करते हैं छत्तीसगढ़ सरकार की नई औद्योगिक नीति ने राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने तथा उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के कई नए प्रावधान किए हैं जिसके चलते छत्तीसगढ़ राज्य में उद्योग एवं कारोबार को बढ़ावा मिला है।
छत्तीसगढ़ राज्य की अर्थव्यवस्था गतिशील
प्रदेश सरकार की जन हितैषी नीतियों के फल स्वरूप यहां उद्योग एवं व्यवसाय करोना संकटकाल में भी प्रभावित रहे हैं । यही वजह है कि देश -दुनिया में आई मंदी के बावजूद भी छत्तीसगढ़ राज्य की अर्थव्यवस्था गतिशील बनी रही है।