वॉशिंगटन/नई दिल्ली, 7 जून| India US Relations : भारत-पाकिस्तान के बीच हुए ऑपरेशन सिंदूर के बाद अमेरिका की प्रतिक्रिया सामने आई है। यह प्रतिक्रिया न सिर्फ कूटनीतिक रूप से अहम है बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भारत के प्रयासों को अंतरराष्ट्रीय समर्थन भी प्रदान करती है। अमेरिका के उप विदेश मंत्री क्रिस्टोफर लैंडाउ ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि “आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका भारत के साथ मजबूती से खड़ा है।”
यह बयान ऐसे समय आया है जब शशि थरूर के नेतृत्व में भारतीय सांसदों का एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल अमेरिका की यात्रा पर (India US Relations)है। प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में पहुलगाम में हुए आतंकी हमले और उसके जवाब में हुए ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी अमेरिकी प्रशासन को दी।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अमेरिकी शीर्ष नेतृत्व से बातचीत
भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिका में उप विदेश मंत्री क्रिस्टोफर लैंडाउ के अलावा, सीनेट के वरिष्ठ सदस्यों जैसे क्रिस वान होलेन और कोरी बुकर से भी मुलाकात की। इन बैठकों में भारत की सुरक्षा चिंताओं, पाकिस्तान से उत्पन्न आतंकवाद और दक्षिण एशिया में शांति-सुरक्षा के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा(India US Relations) हुई।
लैंडाउ ने कहा कि अमेरिका भारत की आतंकवाद विरोधी नीति का समर्थन करता है और रणनीतिक साझेदारी को और सुदृढ़ करना चाहता है। अमेरिका ने यह भी संकेत दिया कि वह भारत के आत्मरक्षा के अधिकार को पूर्ण समर्थन देता है।
अमेरिका ने स्वीकारा भारत की भूमिका, व्यापारिक संबंधों के विस्तार पर भी चर्चा
बातचीत के दौरान न सिर्फ सुरक्षा, बल्कि भारत-अमेरिका व्यापार और वाणिज्यिक संबंधों को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया (India US Relations)गया। लैंडाउ ने सोशल मीडिया पर इस मुलाकात को “शानदार” बताया और यह कहा कि दोनों देशों को साझा हितों के क्षेत्रों में गहराई से काम करना चाहिए।
भारतीय दूतावास ने बताया कि यह संवाद स्पष्ट, प्रभावशाली और भारत के दृष्टिकोण को मजबूत करने वाला रहा।
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पाकिस्तान के आतंक को लकर अमेरिका में बढ़ती चिंता
सीनेटर क्रिस वान होलेन और कोरी बुकर ने भारत में आतंकी हमलों के शिकार हुए पीड़ितों के प्रति सहानुभूति जताई और पाकिस्तान से फैले आतंकवाद को अमेरिका के लिए भी एक चुनौती (India US Relations)बताया। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका भारत के आत्मरक्षा के हर कदम के साथ है।