India takes strong action against Bangladesh: बंग्लादेश में शेख हसीना तख्ता पलट होने के बाद से वहां की अंतरिम सरकार ने जो भारत विरोधी रूख अख्तियार किया है। उससे भारत सरकार पर लगातार दबाव बन रहा था कि वह बांग्लादेश के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करें। किन्तु भारत बांग्लादेश को बातों से ही समझाना चाह रहा था लेकिन वह लातों का भूत निकला। इसलिए भारत को उसके खिलाफ आर्थिक सर्जिकल स्ट्राइक करने पर बाध्य होना पड़ा।
भारत ने पश्चिम बंगाल सीमा से लगे बेनापोल लैंड पोर्ट के रास्ते बंग्लादेश से माल लेकर आ रहे ट्रकों को बैरंग लौटा दिया और इसी के साथ बांग्लादेश को भारत के रास्ते दूसरे देशों में अपने माल भेजने के लिए प्रदान की गई ट्रांसशिपमेंट सुविधा को बंद कर दिया। गौरतलब है कि भारत ने बंाग्लादेश को ट्रांसिपेन्ट सुविधा दी थी और इसके बदले बांग्लादेश से कोई शुल्क भी नहीं लिया जाता था।
किन्तु अब जबकि बांग्लादेश ने भारत से पंगा मोल ले लिया है तो भारत ने उसको दी गई यह सुविधा खत्म करके उसे करारा जवाब दिया है। गौरतलब है कि बांग्लादेश ने शेख हसीना की सरकार के तख्ता पलट के बाद से हुई हिंसा के कारण वहां का व्यापार व्यवसाय पहले ही ठप हो गया है। 100 से अधिक काटन मिले बंद हो गई हैं। जिसकी वजह से लाखों लोग बेराजगार हो चुके हैं।
ऐसे में अब भारत द्वारा ट्रांसशिपमेन्ट रद्द कर देने से बांग्लादेश अपने उतपाद को यूरोप सहित अन्य देशों में नहीं भेज पाएगा। इससे बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर जाएगी। अमेरिका ने भी बांग्लादेश पर टैरिफ बढ़ा दिया है। भारत पर तो अमेरिका ने 27 प्रतिशत टैरिफ लगाया है लेकिन बांग्लादेश पर 37 प्रतिशत टैरिफ लगाया है। जिसकी वजह से बांग्लादेश की हालत और खराब हो गई है। बहरहाल भारत ने तो अभी एक बड़ी कार्यवाही कर बांग्लादेश को सिर्फ ट्रेलर दिखाया है। उसे पूरी पिक्चर दिखाना बाकी है।