क्या सेना में महिला अधिकारियों से संबंधित पत्र लीक हुआ था ? सेना प्रमुख ने लिया बड़ा फैसला !
-एक पत्र को गंभीरता से लिया, इस मामले में कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया गया
नई दिल्ली। Army Chief General Upendra Dwivedi: सेना प्रमुख ने भारतीय सेना में महिला अधिकारियों के संबंध में लीक हुए पत्र को गंभीरता से लिया है। सेना में महिला अधिकारी बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने भी कहा है कि सशस्त्र बलों में उनकी संख्या बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। सेना के वरिष्ठ कमांडरों ने महिलाओं के नेतृत्व वाले विभागों के समक्ष आने वाली समस्याओं को उजागर किया था। हालांकि, सेना प्रमुख ने उन्हें ज्यादा महत्व दिए बिना यह बयान दिया है। सेना प्रमुख ने यह भी स्पष्ट संदेश दिया है कि महिला अधिकारियों की बहादुरी पर संदेह नहीं किया जाना चाहिए।
कुछ दिन पहले कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राजीव पुरी ने सेना में महिलाओं की भागीदारी को लेकर एक पत्र लिखा था। पुरी ने सेना की पूर्वी सेना के कमांडरों (Army Chief General Upendra Dwivedi) को भेजे ज्ञापन में महिला अधिकारियों के बारे में गंभीर चिंता व्यक्त की थी। पुरी ने यह पत्र आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रामचंद्र तिवारी को लिखा था। इस पत्र में उन्होंने कर्नल रैंक की महिला अधिकारियों की समझ और व्यावसायिक कौशल की कमी की ओर ध्यान आकर्षित किया। जनरल पुरी ने इस पत्र में अहंकार, लगातार शिकायत करने और सहानुभूति की कमी का भी उल्लेख किया। लेकिन बाद में यह पत्र लीक हो गया। तभी विवाद खड़ा हो गया।
लेकिन अब सेना प्रमुख ने इस मामले पर साफ जवाब दिया है। जनरल द्विवेदी ने सेना दिवस से पहले आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि कुछ महिला अधिकारी उल्लेखनीय रूप से अच्छा काम कर रही हैं। लीक हुआ पत्र लीक नहीं होना चाहिए था। इस मामले में कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि सेना को ऐसी सक्षम महिला अधिकारियों की जरूरत हैं।