नई दिल्ली, 2 जुलाई| India Bans Pakistani Influencers : भारत और पाकिस्तान के बीच भौगोलिक तनाव के साथ अब डिजिटल सीमाएं भी सख्त होती जा रही हैं। ताजा घटनाक्रम में भारत सरकार ने पाकिस्तानी सेलिब्रिटीज़ और सोशल मीडिया इंफ्लुएंशर्स के सभी अकाउंट्स पर फिर से डिजिटल बैन लगा दिया है, जो 24 घंटे पहले ही भारत में दिखाई देने लगे थे। इस बैन को कुछ लोग “डिजिटल एलओसी (Line of Content)” कह रहे हैं, जो अब महज सुरक्षा का मसला नहीं, बल्कि डिजिटल संप्रभुता का भी मुद्दा बन चुका है।
क्या हुआ 24 घंटे में?
पाकिस्तान के क्रिकेटर, एक्टर्स और यूट्यूबर्स के अकाउंट्स 2 जुलाई की सुबह अचानक भारत में दिखने लगे थे।
इसके कुछ ही घंटों बाद सरकार ने एक इमरजेंसी बैठक बुलाई।
बैठक के बाद सभी 18,000+ अकाउंट्स को एक बार फिर ब्लॉक कर दिया (India Bans Pakistani Influencers)गया।
इन अकाउंट्स में शामिल थे: लोकप्रिय पाकिस्तानी एक्टर्स, क्रिकेटर, सोशल मीडिया स्टार्स और न्यूज चैनलों के हैंडल्स।
क्यों लिया गया यह फैसला?
भारत सरकार ने पहले भी आतंकी घटनाओं के बाद सोशल मीडिया पर बैन लगाए थे, लेकिन इस बार सरकार ने “डिजिटल कंट्रोल रिव्यू” का नया प्रोटोकॉल लागू किया है। इसके तहत किसी भी देश के “सॉफ्ट पावर टूल्स” को डिजिटल तौर पर मॉनिटर और फिल्टर किया जा रहा (India Bans Pakistani Influencers)है। विशेषज्ञों का मानना है कि ये कदम भारत की डिजिटल स्ट्रैटेजिक ऑटोनॉमी की दिशा में एक निर्णायक कदम हो सकता है।
यह सिर्फ बैन नहीं, एक “डिजिटल नीति” है
इस बैन को केवल एक रिएक्शनरी स्टेप नहीं, बल्कि भारत की डिजिटल डिप्लोमेसी के हिस्से के रूप में देखा जा रहा है। सरकार के एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक:- “अब सिर्फ बॉर्डर नहीं, कंटेंट भी राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मसला है।”
भविष्य की राह: कंटेंट का वीज़ा?
क्या आने वाले समय में डिजिटल कंटेंट के लिए भी वीज़ा या अनुमति जरूरी हो सकती (India Bans Pakistani Influencers)है? सूत्रों के मुताबिक, इन्फ्लुएंसर, ब्रांड और मीडिया संस्थानों के लिए ‘क्रॉस-बॉर्डर डिजिटल लाइसेंसिंग’ की चर्चा शुरू हो चुकी है।