तीन सूत्री मांगों को लेकर चरणबद्ध तरीके से होगा आंदोलन
रायपुर/नवप्रदेश। Indefinite Strike : मैं अपने कार्य के दौरान विद्युत की चपेट में आ गया था और मुझे अपना हाथ खोना पड़ा, लेकिन आज तक मुझे विभाग द्वारा न ही कोई मुआवजा मिला है न ही किसी अन्य तरह की सहायता। यह कहना है उन विद्युत संविदा कर्मचारियों का जो विद्युत कार्य के दौरान किसी न किसी रूप में हादसों का शिकार हुए थे।
छत्तीसगढ़ विद्युत संविदा कर्मचारी संघ ने नियमितीकरण (Indefinite Strike) सहित तीन सूत्री मांगों को लेकर बुधवार को बूढ़ा तालाब में चरणबद्ध तरीके से आंदोलन शुरू किया है। प्रदेशभर से हजारों की संख्या में संविदा कर्मचारी अनिश्चितकालीन धरना स्थल पहुंचे। ये कर्मचारी बीते 2 जुलाई से चरणबद्ध तरीके से आंदोलन कर रहे हैं।
सैकड़ों साथी हुए अपंग पर मुआवजा नहीं
संविदा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष विवेक भगत ने बताया कि विद्युत विभाग में संविदा कर्मचारियों (Indefinite Strike) को अन्य विभाग के संविदा कर्मचारियों के समतुल्य ही समझा जाता है, लेकिन सच यह है कि इस विभाग के कर्मचारियों की काम बेहद जोखिम भरा होता है। महामंत्री उमेश पटेल ने कहा हमारे 60 से ज्यादा साथी है, जो कार्य के दौरान अपंग हुए हैं। वहीं 21 कर्मचारियों की मौत हुई है और 20 ऐसे भी साथी कर्मचारी हैं, जो विद्युत दुर्घटना में घायल हुए हैं, इनमें से किसी को भी कोई मुआवजा नहीं मिला है। ऐसे में उनका घर-परिवार कैसे चल रहा होगा, ये किसी ने नहीं सोचा।
पहले को नियमित किये बगैर कर लिए नई भर्ती
संविदा कर्मचारी संघ (Indefinite Strike) ने कहा इसके लिए कई बार मुख्यमंत्री से लेकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंप चुके है, फिर भी इस दिशा में कोई पहल नहीं हो रही है। जबकि अभी मुख्यमंत्री ने घोषणा किया था विद्युत विभाग 2500 पदों पर भर्ती की, लेकिन पहले संविदा में कार्यरत कर्मियों को नियमित नहीं किया और नई भर्ती कर लिए। वहीं पूरे प्रदेशभर में विद्युत संविदा के 2500 कर्मी कार्यरत है। जहां दुर्घटना होने के बाद पूरी तरह से लाभ नहीं दिया जा रहा है।
ये है सूत्रीय मांग
- विद्युत कंपनी में कार्यरत समस्त संविदा कर्मियों का नियमितीकरण किया जाए।
- विद्युत दुर्घटनाओं में मृत्यु हुए संविदा कर्मियों को उचित मुआवजा एवं उनके परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति दी जाए।
- विद्युत दुर्घटनाओं में स्थायी-अस्थायी अपंगता का शिकार हो चुके कर्मियों को उचित मुआवजा दिया जाए।
चरणबद्ध आंदोलन
- 11 अगस्त अनिश्चितकालीन हड़ताल का शुभारंभ।
- 12 अगस्त को धरना प्रदर्शन स्थल से विधानसभा घेराव।
- 13 अगस्त को काली पट्टी बांधकर कैंडल मार्च।
- 14 अगस्त को मशाल रैली।
- 15 अगस्त को राष्ट्रीय ध्वजारोहण एवं देश की स्वतंत्रता के लिए शहीद हुए सेनानियों एवं विद्युत संविदा कर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पण।
- 16 अगस्त को कंपनी प्रबंधन की नई भर्ती नीति के विरोध में मुंडन संस्कार।
- 17 अगस्त को फटा कपड़ा पहनकर भीख मांग कर प्रदर्शन।
- 18 अगस्त को करनाथ (जमीन में लोटकर गुलाटी करना और रास्ता नापना प्रदर्शन।
- 19 अगस्त को मौन व्रत एवं रात्रिकालीन फ्लैश लाइट अभियान।
- 20 अगस्त को अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल शुरू।