Outbreak of swine and bird flu in CG: बरसात के मौसम में आमतौर पर सर्दी जुकाम वायरल फ्लू जैसी मौसमी बीमारियां तो पांव पसारती ही है। किन्तु इस बार छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू और बर्ड फ्लू का प्रकोप भी देखने को मिल रहा है।
स्वाइन फ्लू के कारण बिलासपुर में तीन लोगों की मौत होने के बाद अब इस्पात नगरी भिलाई में भी दो लोगों की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई है। वहीं स्वाइन फ्लू (Outbreak of swine and bird flu in CG) से ग्रसित पांच मरीजों का विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है।
बर्ड फ्लू (Outbreak of swine and bird flu in CG) का खतरा भी मंडरा रहा है। जिसके कारण लोगों को कुछ दिनों तक मंासाहार से परहेज करने की समझाइश दी जा रही है।
प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग इन बीमारियों से निपटने के लिए ऐहतियाती कदम उठा रहा है। किन्तु लोगों को भी चाहिए की वे आवश्यक सावधानी बरतें। खासतौर पर स्वाइन फ्लू जानलेवा साबित हो सकता है।
इसके लक्षण आमतौर पर सर्दी जुकाम और बुखार जैसे ही नजर आते हैं। यही वजह है कि लोग स्वाइन फ्लू के खतरे से अंजान रह जाते हैं। ऐसे मरीजों को तत्काल अस्पताल में जाकर स्वाइन फ्लू की जांच करानी चाहिए ताकि उन्हें समय पर समुचित उपचार मिल सके।
खासतौर पर शुगर पीडि़त बुजुर्गों को अधिक सावधानी बरतनें की जरूरत है। छत्तीसगढ़ में अब तक जिन पांच लोगों की स्वाइन फ्लू के कारण मौत हुई है वे सभी उम्रदराज लोग हैं।
गौरतलब है कि बुजुर्ग लोगों में रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता कम हो जाती है इसलिए वे इस तरह के घातक संक्रामक रोगों की चपेट में आ जाते हैं और समय पर जांच व उपचार न कराने के कारण काल के ग्रास बन जाते हैं।
अभी बरसात का मौसम और लंबा चल सकता है। ऐसी स्थिति में स्वाइन फ्लू और बर्ड फ्लू का खतरा और भी बढ़ सकता है। इसलिए लोगों को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए।