-कोरोना का नया वैरिएंट ईजी.5.1 पिछले महीने सामने आया था
नई दिल्ली। Corona’s new variant Easy.5.1: कोरोना का नया वेरिएंट ईजी.5.1 पिछले महीने ब्रिटेन में सामने आया और अब पूरे देश में तेजी से फैल रहा है। इंग्लैंड में स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि यह वैरिएंट तेजी से फैलने वाले ओमीक्रॉन से उत्पन्न हुआ है। यूके हेल्थ प्रोटेक्शन एजेंसी (यूकेएचएसए) ने कहा कि ईजी.5.1 को ‘एरिस’ नाम दिया गया है। कोरोना के हर 7 नए वेरिएंट में से एक मामला इसी वेरिएंट का सामने आ रहा है।
यूकेएचएसए की टीकाकरण प्रमुख डॉ. मैरी रैमसे के मुताबिक, इस हफ्ते की रिपोर्ट में हम कोरोना मामलों में लगातार बढ़ोतरी देख रहे हैं। हर उम्र के लोग, खासकर बुजुर्ग, बड़ी संख्या में अस्पताल आ रहे हैं। वे उच्च जोखिम में हैं। नियमित रूप से हाथ धोने से कोरोना और अन्य वायरस से काफी हद तक बचा जा सकता है। अगर किसी मरीज में सांस की बीमारी के लक्षण हैं तो उसे जितना हो सके दूसरों से दूर रहना चाहिए।
कोरोना के नए वैरिएंट मिलने पर भी फिलहाल यह बीमारी गंभीर नहीं मानी जा रही है। इसकी वजह यह है कि ब्रिटेन में नए वेरिएंट वाले कोरोना मरीजों की संख्या सिर्फ 14.6 फीसदी है। यूकेएचएसए के ‘रेस्पिरेटरी डेटामार्ट सिस्टम’ द्वारा रिकॉर्ड किए गए 4,396 नमूनों में से 5.4 प्रतिशत लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए।
सभी देश रहें सतर्क
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दो सप्ताह पहले ईजी.5.1 वैरिएंट का परीक्षण शुरू किया था। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस ने कहा कि टीके और प्री-एक्सपोजऱ प्रोफिलैक्सिस से लोगों की बेहतर सुरक्षा होती है। लेकिन, फिर भी सभी देशों को सतर्क रहना चाहिए। एशिया में कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण 31 जुलाई को कोरोना का एक नया वैरिएंट वर्गीकृत किया गया है।