Income Tax Raid : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पूर्व आयकर विभाग ने वहां जो छापेमारी की कार्रवाही की है उसे लेकर सियासत शुरू हो गई है। आयकर विभाग की छोपमारी में कुछ समाजवादी पार्र्टी के नेता भी आए है जिसके चलते समावादी पार्टी ने आयकर विभाग की इस कार्रवाही को राजनीति प्रेरित बताया है।
दरअसल जब भी आयकर विभाग या सीबीआर्ई जैसी कोई केन्द्रीय एजेंसी किसी ऐसे राज्य में कोई कार्रवार्ई करती है जहां चुनाव होने वाले हो तो विपक्षी पार्टियों के नेता ऐसी हर कारवाई को राजनीति बदले की कारवाई बताने लगते है और सरकार पर सवालियां निशान लगाने लगते है। उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में एक इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां आयकर विभाग ने छापा (Income Tax Raid) मारा तो उनके यहां से न सिर्फ नकद 200 सौ करोड़ मिले। बल्कि 20 किलो विदेशी सोना भी बरामद हुआ।
पीयूष जैन को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और अब इस मामले को लेकर सियासत शुरू हो गई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी पर आरोप लगाया कि उनके राज में गरीबों के हक का पैसा इसी तरह से लूटा जाता था और कुछ धन्ना सेंठों की तिजोरियों में जमा होता था। अब जबकि सरकार ऐसे कारोबारियों और माफियांओं के खिलाफ कार्रवाही कर रही है तो समाजवादी पार्टी को तकलीफ हो रही है।
वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के नेता इत्र कारोबारी पीयूष जैन से अपना पींड छूड़ा रहे हैं और उसे भाजपा का आदमी बता रहे हैं। सपा नेताओं के मुताबिक पीयूष जैन के यहां मिला यह पैसा भाजपा चुनाओं में खर्च करने वाली थी। अब इसमें कितनी सच्चाई है यह तो पीयूष जैन से कड़ी पूछताछ के बाद ही पता चलेगा।
उत्तर प्रदेश में ऐसे और कई धन कुबेर हो सकते है जिनके पास करोड़ों की नकदी होगी जो आगामी विधानसभा चुनाव में वोट कबाडऩे के काम आएगी। ऐसे लोगों के खिलाफ भी छापामार कारवाई (Income Tax Raid) होनी चाहिए।