छत्तीसगढ़ में डेढ़ लाख गायत्री परिवार के परिजनों ने यज्ञ मे लिया हिस्सा
रायपुर/नवप्रदेश। वैश्विक स्तर पर छाए हुए कोरोना वायरस की महामारी के निवारण हेतु विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं अनेकानेक वैज्ञानिक भी यज्ञ की महिमा को जानकर प्रेरित और संकल्पित हो रहे है। अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा वर्ष 2017 से 2026 तक गृहे-गृहे गायत्री यज्ञ उपासना वर्ष के रुप में मना रहा है।
इसी कड़ी में सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय का संकल्प के साथ कोरोना से मुक्ति, पर्यावरण संवर्धन एवं संरक्षण, वातावरण का परिशोधन, समर्थ राष्ट्र निर्माण, वैचारिक उत्कृष्टता, समाज में छाई हुई विकृतियों को नष्ट तथा सत्प्रवृतत्तियों के संवर्धन के लिये 03 मई को आयोजित गृहे गृहे गायत्री यज्ञ में भारत के साथ साथ अनेक देशों में विश्व भर के करोड़ों साधको ने आयुर्वेदिक औषधियुक्त हवन सामाग्री के साथ गायत्री, महामृत्यंजय एवं सूर्य (आदित्य) मंत्रों के उच्चारण कर यज्ञ में आहूती अर्पित की।
गृहे-गृहे गायत्री यज्ञ-उपासना का मुख्य उद्देश्य मानव कल्याण है। वेद-पुराण और आयुर्वेदिक ग्रंथों में स्वास्थ्य रक्षा के लिये अनेक मंत्रों व उपयों का उल्लेख है। वैदिक काल के ये मंत्र यज्ञ और ये उपाय आज भी अचूक है। इन्ही तथ्यों को ध्यान में रखते हुए यह आयोजन किया गया। पूरे विश्व में एक दिन एक साथ यज्ञ करने पर प्रयुक्त हवन सामाग्री से जो धूम्र उत्पन्न होगा वह पूरे ब्रम्हाण्ड में समाहित होकर संपूर्ण वातावरण को शुद्ध करेगा।
गायत्री परिवार छत्तीसगढ़ के जोन समन्वयक दिलीप पाणीग्रही ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य में भी गृहे-गृहे गायत्री यज्ञ के लिए गयत्री परिवार के परिजनों द्वारा अपने अपने घरों से ही 02 मई प्रात: 06 बजे से 03 मई की प्रात: 06 बजे तक 24 घंटे का अखण्ड गायत्री मंत्र जप करते हुए इसकी पूर्णाहुति यज्ञ के द्वारा किया गया।छत्तीसगढ़ में डेड़ लाख घरों में यह यज्ञ सम्पन्न हुआ।
2 मई को डॉक्टर चिन्मय पंड्या प्रतिकुलपति, देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार ने दूरभाष से 03 मई को किये जाने वाले गृहे गृहे गायत्री यज्ञ के पुनीत कार्य के लिए शुभकामना व्यक्त करते हुए छत्तीसगढ़ के गायत्री परिवार आपदा प्रबंधन वाहिनी द्वारा जरुरतमंदों को ऑक्सीजन , निशुल्क मनोवैज्ञानिक परामर्श, निशुल्क भोजन एवं दवा का वितरण आदि किये जा रहे कार्यो हेतु समस्त कार्यकर्ता जो प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से इस कार्य मे जुड़े है उन्हें बधाई एवं आशीर्वाद प्रदान किया गया ।
डॉ पंड्या ने इस अवसर पर प्रदेश के 18 वर्ष से अधिक आयु के युवाओं से अपील की है कि वे अपनी एवं अपने परिवारजनों को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षा के लिए प्रदेश में आगामी दिनों में होने वाले टीकाकरण कार्यक्रम में टीकाकरण अवश्य करवाएं साथ ही अपने अन्य मित्रों एवं रिश्तरदारों को भी इस हेतु प्रेरित करें।