मुंबई। 16 जून| Imtiaz Ali birthday 2025 : एक लड़का जिसने अपने बचपन में श्रीमद्भगवद्गीता पढ़ना शुरू किया — जिसे समझने में उसे 10 बार पढ़ना पड़ा — आज उसी शख्स ने हिंदी सिनेमा की सबसे इमोशनल कहानियां लिख दीं।
हम बात कर रहे हैं निर्देशक इम्तियाज अली की, जो आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। लेकिन ये सिर्फ एक जन्मदिन की बात नहीं, बल्कि एक ऐसे फ़िल्ममेकर की कहानी है जिसने आध्यात्म, संघर्ष और कला को एकसाथ जिया है।
फिल्मों से पहले ‘महाभारत‘ और ‘कुरुक्षेत्र‘ से की थी शुरुआत
इम्तियाज अली की कहानी बॉलीवुड से शुरू नहीं होती — टेलीविजन से होती है। कम लोग जानते हैं कि उन्होंने महाभारत जैसे धार्मिक सीरियल का निर्देशन किया (Imtiaz Ali birthday 2025)था, इससे पहले कि वह बड़े पर्दे पर कदम रखें। और यह भी उतना ही रोचक है कि उन्होंने पहले खुद एक्टिंग की, फिर निर्देशन की ओर बढ़े।
जब श्रीमद्भगवद्गीता बन गई जीवन की निर्देशक
एक इंटरव्यू में इम्तियाज ने बताया कि उन्होंने श्रीमद्भगवद्गीता को इतनी गहराई से पढ़ा कि वह उनकी डेली लाइफ का हिस्सा बन गई। यह कोई दिखावा नहीं, वह आज भी इसे अपनी टेबल पर रखते हैं और पढ़ते हैं।
इसी आध्यात्मिक सोच का असर उनकी फिल्मों में साफ देखा जा सकता (Imtiaz Ali birthday 2025)है — फिर चाहे वह “हाइवे” की आत्मिक यात्रा हो या “रॉकस्टार” की आत्मा की बेचैनी।
‘जब वी मेट‘ से बदली किस्मत, ‘चमकीला‘ से लिखी नई लकीर
‘सोचा न था’ से शुरू हुआ फिल्मी सफर, ‘जब वी मेट’ से हिट हुआ और ‘अमर सिंह चमकीला’ से ओटीटी पर रिकॉर्ड (Imtiaz Ali birthday 2025)बनाए। अब वह एक साल बाद दिलजीत दोसांझ, शारवरी वाघ, वेदांग रैना और नसीरुद्दीन शाह के साथ नई फिल्म की तैयारी में हैं, जिसका टाइटल अब तक सीक्रेट है।