जायसवाल बंधु 540 करोड़ के कोल घोटाले में कर सकते हैं कई नए खुलासे
रायपुर/नवप्रदेश। Illegal Coal Levy Recovery Case : छत्तीसगढ़ में हुए 540 करोड़ रूपये के अवैध कोल लेवी मामले में EOW ने 2 कारोबारी जायसवाल बंधुओं को अरेस्ट किया है। ईओडब्लू की टीम ने कोरबा में रहने वाले चंद्रप्रकाश जायसवाल और बिलासपुर के हेमंत जायसवाल को गुरुवार को अरेस्ट किया था। जिन्हे शुक्रवार को रायपुर के विशेष कोर्ट में पेश किया गया। जहां से दोनों आरोपियों को 20 जून तक पुलिस रिमांड पर ईओडब्लू को सौंपा गया है।
अवैध कोल लेवी वसूली मामले में हेमंत जायवाल, बिलासपुर एवं चन्द्रप्रकाश जायसवाल, कोरबा को अपराध में संलिप्तता के आधार पर EOW द्वारा गिरफ्तार किया गया था। उक्त आरोपियों को आज दिनांक 14.06.2024 को विशेष न्यायालय रायपुर के समक्ष प्रस्तुत किया गया। न्यायालय द्वारा 20 जून तक उक्त आरोपियों को पुलिस रिमांड पर EOW को सौंपा गया है। दोनों आरोपी शुरुआत से ही अवैध कोल लेवी वसूली में सक्रिय रहे हैं। इनसे पूछताछ पर नये तथ्यों का खुलासा होने की पूर्ण संभावना है ।
छत्तीसगढ़ की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में कोल परिवहन के नाम पर 540 करोड़ रूपये का घोटाल किया गया था। कोल परिवहन के नाम पर हुए अवैध कोल लेवी मामले में ईडी ने पहले ही आईएएस अफसरों के साथ ही पूर्व सीएम की उप-सचिव सौम्या चैरसिया और कोयला कारोबारियों को अरेस्ट कर चुकी है। 13 जून को ईओडब्लू की टीम ने बिलासपुर के कारोबारी हेमंत जायसवाल और कोरबा से चंद्रप्रकाश जायसवाल को गिरफ्तार किया था।
EOW ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि दोनों आरोपियों के द्वारा कोल लेवी के पैसों का कलेक्शन किया जाता था । जिसके साक्ष्य मिलने के बाद दोनों की गिरफ्तारी कर उन्हे शुक्रवार को रायपुर के विशेष कोर्ट में पेश किया गया। दोनों आरोपियों को कोर्ट ने आगामी 20 जून तक पुलिस रिमांड पर ईओडब्लू को पूछताछ के लिए सौंपा है। ईओडब्लू का दावा है कि दोनों आरोपियों से पूछताछ के बाद इस मामले में और भी कई चैकाने वाले खुलासे हो सकते है। वहीं बताया जा रहा है कि ईओडब्लू के हत्थे चढ़े दोनों कारोबारी रिश्ते मेें भाई है ।