कोविड की तीसरी लहर हेतु भारत सरकार से प्रोटोकॉल जारी
रायपुर/नवप्रदेश। छत्तीसगढ़ में फिर से कोरोना ने गंभीर रूप धारण किया, जिसके बाद प्रशासन ने फिर से मास्क नहीं लगाने वालों पर सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। सीएम भूपेश बघेल ने भी बुधवार की बैठक में जिला कलेक्टरों को सख्ती से निपटने का निर्देश दिया। जिसके बाद प्रशासन ने भी अपने अमले को सड़कों पर उतारकर मास्क नहीं पहनने वालों पर कार्रवाई शुरू कर दिया है।
प्रदेश में लगातार बढ़ रहे कोविड संक्रमण ने प्रशासन को चिंता में डाल दिया है। कोरोना के भयावह रूप सबसे ज्यादा रायपुर जिला में दिखाई दे रहा है। कोरोना के सर्वाधिक मरीज रायपुर से ही मिल रहे है। जिसे देखते हुए सीएम की बैठक के बाद बुधवार को जिला प्रशासन ने महत्वपूर्ण बैठक बुलाई थी। इस बैठक में राज्य के कैबिनेट मंत्री व रायपुर जिला के प्रभारी मंत्री रविंद्र चौबे, रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार, एसपी प्रशात अग्रवाल, CMHO मीरा बघेल, चैंबर अध्यक्ष सहित सामाजिक संगठनों के प्रमुख शामिल हुए।
बैठक के बाद जिले के प्रभारी मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि सरकार जिला प्रशासन के साथ मिलकर पूरे जिले में और विशेष रूप से रायपुर शहर में कोरोना के रोकथाम और नियंत्रण की तैयारी के सिलसिले में चर्चा हुई। साथ ही उन्होंने फिलहाल लॉकडाउन से कन्नी काटते नजर आये। हालाँकि उन्होंने कहा कि यदि आम जनता शासन-प्रशासन के गाइड लाइन का पालन करें तो कतई लॉक डाउन नहीं लगेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा दोहराते हुए कहा कि सरकार किसी भी प्रकार की व्यावसायिक, व्यापारिक, औद्योगिक और कृषि संबंधी ट्रांसपोर्ट गतिविधि को नहीं रोकेगी।
मंत्री चौबे ने कहा कि आवश्यक यह है कि हमको कोरोना के प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। इसीलिए चेंबर के प्रतिनिधियों को हम ने बुलाया था हमने उनसे भी आग्रह किया है जहां ज्यादा दुकान में भीड़ होगी वहां कोरोना गाइड लाइन का पालन किया जाए, जिसमे मास्क लगाना सभी को अति आवश्यक है।
राजधानी रायपुर में पुलिस अधीक्षक और कमिश्नर नगर निगम के निर्देशानुसार बगैर मास्क वालों पर सख्ती से कार्रवाई किया जायेगा। साथ ही जो आवश्यक प्रावधान है उसके तहत कार्रवाई भी की होगी। मंत्री चौबे ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि हमें सावधानी बरतने की की जरूरत है। जिसमें मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना और सेनेटाइजर का उपयोग के साथ ही बार-बार हाथ धोते रहना यह आवश्यक प्रक्रिया है। उन्होने कहा कि कोविड की तीसरी लहर से डरने की नहीं, बल्कि सतर्क रहने की आवश्यकता है।