Idol Immersion Ban : गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन को लेकर नगर निगम ने तैयारियां तेज कर दी हैं। इस बार भिलाई निगम प्रशासन ने निस्तारी वाले तालाबों में मूर्ति विसर्जन (Idol Immersion Ban) पर रोक लगाई है। निगम की ओर से सभी प्रतिबंधित तालाबों के गेट और प्रमुख मार्गों पर बड़े-बड़े बैनर और पोस्टर लगाए जाएंगे, जिनमें स्पष्ट लिखा होगा कि यहां विसर्जन प्रतिबंधित है। श्रद्धालुओं को इसके लिए विशेष रूप से बनाए गए कुंड में ही प्रतिमा और पूजा सामग्री विसर्जित करने का आग्रह किया जाएगा।
निगम ने बताया कि शहर के अलग-अलग जोन के 17 तालाबों में मूर्ति विसर्जन पूरी तरह से रोक दिया गया है। जोन-1 में आलाबंध तालाब खम्हरिया, स्मृति नगर तालाब, आमा तालाब, लिम्हा तालाब और भेलवा तालाब शामिल हैं। जोन-2 के अंतर्गत वार्ड 22 शीतला तालाब, ढौर तालाब, बड़ा तालाब, घासीदास नगर तालाब और वार्ड 16 शीतला तालाब प्रतिबंधित सूची में हैं। जोन-3 में वार्ड 55 सेक्टर-2 तालाब और वार्ड 32 बैकुंठधाम तालाब पर प्रतिबंध है। जोन-4 के वार्ड 50 बाबा बालक नाथ सरोवर, वार्ड 43 बापू नगर तालाब और वार्ड 41 लक्ष्मण नगर तालाब भी इसमें शामिल हैं। वहीं, जोन-5 में वार्ड 69 मानव परिसर तालाब और वार्ड 66 सेक्टर-7 शिवधाम तालाब को मूर्ति विसर्जन (Idol Immersion Ban) से बाहर रखा गया है।
भिलाई निगम का कहना है कि पर्यावरण और स्वच्छता की दृष्टि से यह निर्णय बेहद जरूरी है। प्रतिबंधित तालाबों के स्थान पर विसर्जन के लिए अस्थायी कुंड तैयार किए जाएंगे। श्रद्धालुओं को इन्हीं कुंडों का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा, ताकि शहर के तालाबों की स्वच्छता बनी रहे और प्रदूषण पर नियंत्रण रखा जा सके। निगम ने साफ किया है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।