प्रयागराज/नवप्रदेश। अस्पताल (hospital) का कोरोना वार्ड (corona ward) फुल हो जाने से लिहाजा अब सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल (superspciality hospital) को भी कोरोना मरीजों के इलाज के लिए तैयार किया गया है। मामला उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (prayagraj) का है।
प्रयागराज (prayagraj) का स्थित मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज से संबद्ध स्वरूप रानी नेहरू (एसआरएन)अस्पताल (hospital) का कोरोना वार्ड (corona ward) फुल हो चुका है, अब सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल (superspeciality hospital) को भी कोरोना मरीजों के इलाज के लिए तैयार करा दिया गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को बताया कि एसआरएन अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग को कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए लेवल-3 का अस्पताल बनाया गया था। कोरोना वार्ड मरीजों से पैक हो चुका है। 20 बेड के इस वार्ड में 22 से 25 मरीजों को भर्ती किया गया था। उन्होंने बताया कि एसआरएन में 22 मरीज होने की वजह से दो मरीज को आठ नंबर में भर्ती कर दिया गया है। अब जो मरीज आ रहे उन्हेंं इसी वार्ड में भर्ती किया जा रहा है।
सुपरस्पेशलिटी में 160 बेड की व्यवस्था
मरीजों की संख्या को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल को भी कोरोना मरीजों के लिए तैयार करा दिया है। इसमें 160 बेड की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि लेवल थ्री के कोविड अस्पताल में कोरोना वायरस से संक्रमित गंभीर मरीजों का इलाज किया जाना है लेकिन एसआरएन अस्पताल में 50 फीसदी से भी अधिक मरीज ऐसे हैं जो कोरोना संक्रमित तो हैं लेकिन इनमें कोई लक्षण नहीं है।
इन्हेंं लेवल-1 के कोविड अस्पताल कोटवा बनी सीएचसी में भर्ती किया जाना चाहिए। एसआरएन में सात नंबर वार्ड को कोरोना वार्ड बनाया गया है। अब मरीजों को वार्ड नंबर आठ में भर्ती किया जाने लगा हैै, यह वार्ड भी 20 बेड का है।