-कुछ दिन पहले मलाड में एक आइसक्रीम कोन में इंसान की उंगली मिली थी
मुंबई। human finger found in ice cream: मलाड इलाके में आइसक्रीम कोन में मिली इंसानी उंगली का रहस्य सुलझ गया है। इस मामले की जांच कर रही पुलिस ने यह पता लगा लिया है कि यह उंगली किसकी है। पता चला है कि यह उंगली आइसक्रीम फैक्ट्री में काम करने वाले एक कर्मचारी की है। पुलिस ने इंसान की उंगली का डीएनए टेस्ट कराया था। पता चला है कि कटी हुई उंगली उसी कर्मचारी की है जो पुणे के इंदापुर में एक आइसक्रीम फैक्ट्री में काम करता है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि फॉरेंसिक लैब की डीएनए रिपोर्ट (human finger found in ice cream) के मुताबिक मानवी उगली और फैक्ट्री कर्मचारी ओमकार पोटे का डीएनए एक ही है। इंदापुर फैक्ट्री में आइसक्रीम बनाने की प्रक्रिया में पोटे की एक उंगली कट गई। वही उगंली बाद में मलाड में एक डॉक्टर द्वारा ऑर्डर किए गए आइसक्रीम कोन में पाई गई। इसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई।
क्या है पूरा मामला?
18 जून को मुंबई के एक डॉक्टर को आइसक्रीम कोन के अंदर एक कटी हुई इंसान की उंगली मिली। इस संबंध में उन्होंने एक वीडियो बनाकर शेयर किया है। पुलिस से शिकायत की। इसके बाद जांच शुरू हुई। जांच में पता चला कि जिस दिन आइसक्रीम (human finger found in ice cream) पैक की गई थी, उस दिन फैक्ट्री में काम करने वाले एक कर्मचारी के हाथ में चोट लग गई थी। इसके बाद आइसक्रीम में मिली उगंली और कर्मचारी के डीएनए का परीक्षण किया गया। इसके बाद डीएनए रिपोर्ट से पता चला है कि उगंली और उस कर्मचारी का डीएनए एक ही है।
भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक (एफएसएसएआई) ने आइसक्रीम निर्माता कंपनी युम्मो का लाइसेंस निलंबित कर दिया है। खाद्य सुरक्षा नियामक ने कहा कि एफएसएसएआई के पश्चिमी क्षेत्रीय कार्यालय की एक टीम ने आइसक्रीम (human finger found in ice cream) निर्माता के परिसर का निरीक्षण किया और उसका लाइसेंस निलंबित कर दिया। कंपनी ने जांच में पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है। इस फैक्ट्री को सील कर दिया गया है। पुलिस में शिकायत के बाद कंपनी के खिलाफ खाने में मिलावट कर मानव जीवन को खतरे में डालने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।