-अमित शाह ने आरोप लगाया कि इस देश में आतंकवाद फैलने का एकमात्र कारण कांग्रेस की वोट बैंक की राजनीति
नई दिल्ली। Home Minister Amit Shah: ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में इस समय गरमागरम बहस चल रही है। संसद के दोनों सदनों में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इसी क्रम में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में कांग्रेस पर हमला बोला। मुझे गर्व है कि अमित शाह ने सदन में बयान दिया कि कोई भी हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकता। खासकर मालेगांव विस्फोट मामले में आए फैसले के बाद शाह के बयान ने और भी अहमियत हासिल कर ली है।
26/11 के मुंबई हमलों का जि़क्र करते हुए, अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने कहा कि कुछ लोग लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी हमले के लिए हिंदुत्ववादी संगठनों को जि़म्मेदार ठहराने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह भी उनमें से एक हैं। कांग्रेस ने वोटों के लिए आतंकवाद को धार्मिक रंग देने की कोशिश की, लेकिन भारत की जनता ने उनके झूठ को स्वीकार नहीं किया। कांग्रेस ने हमेशा तुष्टिकरण की राजनीति की है। इस देश में आतंकवाद फैलने का एकमात्र कारण कांग्रेस की वोट बैंक की राजनीति है। इसी के चलते उन्होंने भारत की आंतरिक सुरक्षा पर हमला किया।
इसके अलावा, आज जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद कम है। एक समय था जब पाकिस्तान को यहाँ आतंकवादी भेजने की ज़रूरत नहीं थी, हमारे अपने युवा कट्टरपंथी हो रहे थे। लेकिन पिछले 6 महीनों में एक भी कश्मीरी युवा ने बंदूक नहीं उठाई है। अभी जो लोग मारे जा रहे हैं, वे पाकिस्तानी हैं। स्थानीय युवा आतंकवादी संगठनों में शामिल नहीं होते। जम्मू-कश्मीर में चुनाव भी निष्पक्ष रूप से हुए। निष्पक्षता के कारण ही वहाँ के माहौल में बड़ा बदलाव आया। पहलगाम हमले के बाद, एक भी गाँव ऐसा नहीं बचा जहाँ इन हत्याओं के खिलाफ मार्च न निकाला गया हो, अमित शाह ने भी कहा।
मालेगाँव विस्फोट पर फैसला आज
इस बीच, अमित शाह का यह बयान मालेगाँव विस्फोट मामले में फैसले से कुछ घंटे पहले आया है। इस विस्फोट का आरोप हिंदुत्ववादी संगठन अभिनव भारत पर लगाया गया है। इस मामले में पूर्व भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर, लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित, मेजर (सेवानिवृत्त) रमेश उपाध्याय, अजय राहिरकर, सुधाकर द्विवेदी, सुधाकर चतुर्वेदी और समीर कुलकर्णी सात आरोपी हैं। इस बम विस्फोट मामले में आज करीब 17 साल बाद विशेष एनआईए अदालत द्वारा फैसला सुनाया जाएगा।